Mobile Bill Hike: देश में अभी लोकसभा चुनाव जारी है. बता दें कि चार चरणों में मतदान हो गए हैं तो वहीं अभी तीन चरण बाकी है. 4 जून को मतगणना होनी है. ऐसे में चुनाव के बाद आम लोगों को महंगे मोबाइल रिचार्ज का झटका लग सकता है. टेलीकॉम कंपनियों ने टैरिफ में बढ़ोतरी की पूरी तैयारी कर ली है. यह बढ़ोतरी शहरी और ग्रामीण इलाकों में देखने को मिलेगी. साथ ही पोस्टपेड प्रीपेड प्लान में भी बढ़ोतरी होगी. कहा जा रहा है कि कंपनियों के इस कदम के बाग टेलीकॉम कंपनियों के रेवेन्यू में इजाफा होगा.
इतने प्रतिशत महंगे हो सकते हैं प्लान
कंपनियां कॉम्पिटिटिव माहौल को भारी 5G इन्वेस्टमेंट के बीच अपने प्रॉफिट को बेहतर करने के लिए प्लान की कीमतों को कम से कम 25% के आसपास तक बढ़ सकती है. साथ ही यह भी कहा गया है कि टैरिफ प्लान काफी ज्यादा लग सकता है लेकिन उम्मीद है कि कंपनियां कीमतों को शहरी और ग्रामीण यूजर्स को ध्यान में रखते हुए बढ़ाएंगी क्योंकि यहां डेटा का काफी ज्यादा इस्तेमाल होता है.
Mobile खर्च पर कितना होगा असर
मोबाइल रिचार्ज महंगे होने के बाद शहरों में टैरिफ प्लान के बाद यूजर्स का मोबाइल खर्च 3.2% से बढ़कर 3.6% हो जाएगा जबकि एक्सिस कैपिटल का अनुमान है कि टैरिफ प्लान में 25% का इजाफा हो सकता है. ऐसे में 200 वाला रिचार्ज 500 रुपये महंगा हो जाएगा. ऐसे ही 500 वाली रिचार्ज 125 रुपये महंगा हो जाएगा.
इसमें Airtel को 29 रुपये और Jio को 26 रुपये की बढ़त दिखेगी. बता दें कि जियो ने मार्च तिमाही के लिए 181.7 रुपये का ARPU दर्ज किया. वहीं अक्टूबर 2023 से दिसंबर 2023 के बीच एयरटेल और वोडाफोन आइडिया का ARPU 208 रुपये और 145 रुपये था. एयरटेल और वोडाफोन-आइडिया ने अभी मार्च तिमाही के नंबरों की जानकारी नहीं दी है.
पुराने और सस्ते प्लान को हटाया जाएगा
ऑपरेटर बंडल पैक के टैरिफ सुधार के जरिए 5जी में Mobile Recharge प्लान को मॉनिटाइज करने पर ध्यान देंगे. उन्होंने बताया कि हमें उम्मीद है कि इस साल के अंत तक एआरपीयू में 10-15% का इजाफा होगा और प्रति यूजर लगभग 100 रुपये की बढ़ोतरी होगी. टेलिकॉम कंपनियों ने साल 2019 और 2023 के बीच रेट्स में करीब तीन गुना का इजाफा किया है.