डीडीयू और ‘स्वदेश’ के बीच हुआ MoU, जानिए क्या है खासियत

गोरखपुर: दीन दयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय और सोशल वेलफेयर एंड डेवलपमेंट फॉर एम्पावर्ड सोसायटी (स्वदेश) ने उत्तर प्रदेश में कौशल-आधारित शिक्षा और उद्योग-शैक्षणिक सहयोग को मजबूत करने के लिए एक समझौता (एम.ओ.यू) पर हस्ताक्षर किया। कुलपति प्रो. पूनम टंडन और डा. राजीव निगम (अध्यक्ष,स्वदेश) के सहयोगी साथी विश्व दीपक सिंह (प्रोजेक्ट मैनेजर, स्वदेश) ने इस महत्वपूर्ण करार की उपयोगिता पर प्रकाश डाला। एम. ओ. यू. का उद्देश्य उद्योग-शैक्षणिक सहयोग को सुगम बनाना और शिक्षक सदस्यों को प्रशिक्षित और प्रमाणित करना है। नेशनल स्किल क्वालिफिकेशन फ्रेमवर्क आधारित क्वालिफिकेशन प्रोग्राम के अंतर्गत कौशल प्रशिक्षण को विद्यार्थियों के मध्य, स्वदेश अपने विशेषज्ञों और मेंटर्स द्वारा साझा करेगा। इसके साथ ही स्वदेश, मूल्यांकन और प्रमाणन, इंटर्नशिप, रोजगार और नवाचार को प्रोत्साहित करने के लिए इनक्यूबेशन केंद्र भी स्थापित करेगा।

यह सहयोग शिक्षा और उद्योग के बीच अंतर को दूर करने के लिए एक संयुक्त प्रयास का प्रतीक है जिसके अंतर्गत औद्योगिक मांग के अनुरूप छात्रों में उचित कौशल का विकास किया जाएगा। उक्त अवसर पर आई.ई.टी. के निदेशक प्रो. उमेश यादव, संस्थान के शिक्षकों राजीव रंजन कुमार त्रिपाठी, डा. नरेंद्र यादव, डा. राहुल कुमार, डा. सूर्यभान प्रताप सिंह एवं सौरभ सिंह संग उपस्थित थे।