नगर पंचायत असोथर बनी गौशाला, कान में तेल डालकर बैठे ईओ

सड़कों पर निराश्रित गोवंशों के कारण दुर्घटना का डर और गंदगी से परेशानी

फतेहपुर: असोथर नगर पंचायत किसी गौशाला से कम नहीं है। यहां पर गली से लेकर मुख्य मार्ग तक गोवंशों की भरमार है। तस्वीरों में आप साफ देख सकते हैं कि नगर पंचायत के मुख्य मार्ग पर निराश्रित गोवंश किस तरह से बैठे हुए हैं। यहां से अस्थायी नगर पंचायत कार्यालय की दूरी भी महज कुछ कदम की है। इसके बाद भी ईओ एचपी सिंह कान में तेल डालकर बैठे हैं।

नगर पंचायत असोथर बनी गौशाला, कान में तेल डालकर बैठे ईओ

इन मार्गों पर मौजूद रहते हैं निराश्रित गोवंश

यदि आप नगर पंचायत में रात में सड़क पर निकल रहे हैं तो सावधान होकर निकलें, क्योंकि सड़क पर आवारा पशुओं का कब्जा है। दुर्घटना को दावत देते आवारा पशुओं को गोशाला पहुंचाने की जगह किसी अनहोनी का इंतजार किया जा रहा है। तभी तो नहर पंचायत के पुराना थाना मार्ग, गढ़ी मोहल्ला, जरौली मार्ग, मस्जिद के पास, नई बाजार, पुरानी बाजार, बस स्टेशन, छोटी नहर, प्रताप नगर, झाल, असोथर-थरियांव मार्ग, असोथर से विजयीपुर मार्ग सहित कई स्थानों पर निराश्रित गोवंश मौजूद रहते हैं।

नगर पंचायत असोथर बनी गौशाला, कान में तेल डालकर बैठे ईओ

सड़क पर गोवंश के होने के कारण केवल दुर्घटना ही नहीं, बल्कि सड़क में गंदगी भी होती है। लेकिन, इन सबसे परे असोथर नगर पंचायत के ईओ एचपी सिंह कान में तेल डालकर बैठे हैं। ऐसा लग रहा जैसे उन्हें सड़क पर गौवंश होने की कोई जानकारी ही नहीं है।

नगर पंचायत असोथर बनी गौशाला, कान में तेल डालकर बैठे ईओ

छह गौशाला फिर भी सड़क पर गोवंश

नगर पंचायत के आसपास छह गौशाला हैं। इनमें असोथर ब्लॉक में शामिल सरकण्डी, लिलरा, देवलान, रामनगर कौहान, सारांय ख़ालिस और जमलमऊ में गौशाला हैं। इन सभी में कम से कम 6000 से अधिक गोवंशों को रखने की क्षमता है। जानकारी के अनुसार यहां पर स्थान होने के बाद भी गोवंशों को नहीं रखा जा रहा है। नगर पंचायत अध्यक्ष नीरज सिंह के अनुसार, बीडीओ असोथर ने नगर क्षेत्र की गोवंशों को रखने से मना कर दिया है। उन्होंने बताया कि नगर पंचायत की गौशाला निर्माण के लिए अधिकारियों को प्रस्ताव भेजा गया है।

नगर पंचायत असोथर बनी गौशाला, कान में तेल डालकर बैठे ईओ

नगर पंचायत असोथर बनी गौशाला, कान में तेल डालकर बैठे ईओ

 

निराश्रित गोवंशों के संरक्षण के लिए पर्याप्त व्यवस्था है। जहां पर गोशाला नहीं हैं, वहां पर निर्माणाधीन हैं। असोथर नगर पंचायत का मामला आपके माध्यम से संज्ञान में आया है। मामले पर एक्शन होगा।”

सूरज पटेल

सीडीओ, फतेहपुर।