गोरखपुर: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गोरखपुर प्रवास के दौरान शनिवार (10 अगस्त) को जनता दर्शन में लोगों से मिलकर उनकी समस्याएं सुनीं। साथ ही उनके निस्तारण के लिए अधिकारियों को निर्देश दिया। इस दौरान सीएम योगी ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि पीड़ितों की मदद और पात्रों को शासन की जनकल्याणकारी योजनाओं से लाभान्वित करने में विलंब नहीं होना चाहिए। इसमें किसी तरह की कोताही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि यदि किसी स्तर पर कोई दिक्कत आ रही है तो उसका पता लगाकर निराकरण कराया जाए और किसी स्तर पर जानबूझकर प्रकरण को लंबित रखा गया है तो वहां जिम्मेदारी सुनिश्चित कर संबंधित के खिलाफ कार्रवाई की जाए। गोरखनाथ मंदिर परिसर के महंत दिग्विजयनाथ स्मृति भवन सभागार में जनता दर्शन का आयोजन किया गया था। उन्होंने सभी को आश्वस्त किया कि किसी को भी घबराने की आवश्यकता नहीं है। हर समस्या का वह प्रभावी निस्तारण कराएंगे। इसे लेकर उन्होंने प्रशासन व पुलिस के अधिकारियों को मौके पर ही दो टूक समझाया कि जनता की समस्याओं का समयबद्ध, निष्पक्ष और गुणवत्तापूर्ण निस्तारण करें।
कठोर कदम उठाए जाएं: सीएम योगी
सीएम योगी ने कहा कि कुछ लोगों द्वारा जमीन कब्जा करने की शिकायत किए जाने पर मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि जमीन कब्जाने वाले भू-माफिया और दबंगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई हो। जमीन कब्जाने की शिकायतों पर विधि सम्मत कठोर कदम उठाए जाएं। प्रशासन का यह मंत्र होना चाहिए कि मनमानी किसी की नहीं चलेगी और न्याय सबको मिलेगा। कुछ मामलों में मुख्यमंत्री ने अफसरों को निर्देश दिया कि यह भी पता लगाएं कि यदि किसी को प्रशासन का सहयोग नहीं मिला है तो ऐसा क्यों और किन कारणों से हुआ। हर पीड़ित की त्वरित मदद की जाए। हर बार की तरह इस बार भी जनता दर्शन में कई लोग इलाज में आर्थिक सहायता की गुहार लेकर पहुंचे।
लोगों की गुहार पर सूबे के मुखिया ने अधिकारियों से कहा कि जल्द से जल्द अस्पताल के इस्टीमेट की प्रक्रिया पूर्ण कराकर शासन को उपलब्ध करा दें। इलाज के लिए मुख्यमंत्री विवेकाधीन कोष से पर्याप्त मदद की जाएगी। इसके पहले सुबह मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ गोरखनाथ मंदिर परिसर का भ्रमण करते हुए मंदिर की गौशाला भी पहुंचे।