One Nation One Election Report: भारत के पूर्व राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद की अध्यक्षता में एक देश एक चुनाव को लेकर राष्ट्रति द्रौपदी मुर्मू को एक रिपोर्ट सौंपी गई है. इस रिपोर्ट में 18,626 पन्ने हैं. जो रिपोर्ट राष्ट्रपति को सौंपी गई है उसे ड्राफ्ट करने में 191 दिनों तक गहन शोध कार्य किया गया है. बता दें कि सितंबर 2023 में केंद्रीय कानून मंत्रालय ने लोकसभा, राज्य विधानसभाओं, नगर पालिकाओं और पंचायतों के लिए एक साथ चुनाव कराने की सिफारिश करने के लिए पैनल की नियुक्ति की थी.
जिसमें तमाम राजनीतिक दलों के प्रतिनिधि, रिटायर्ड मुख्य न्यायाधीश, पूर्व मुख्य चुनाव आयुक्त और उद्योगपति शामिल थे. उन्होंने जनता से एक देश एक चुनाव को लेकर राय मांगी. समिति ने जनवरी में जारी एक बयान में कहा था कि उसे 20,972 प्रतिक्रियाएं मिलीं. जिनमें से 81 प्रतिशत एक साथ चुनाव के पक्ष में थीं.
समिति ने कहा है कि पहले चरण में लोकसभा और विधानसभाओं के चुनाव एक साथ कराए जा सकते हैं, जिसके बाद 100 दिन के अंदर दूसरे चरण में स्थानीय निकायों के चुनाव कराए जा सकते हैं. इसके रामनाथ कोविंद की अध्यक्षता वाली समिति ने यह भी कहा है कि त्रिशंकु सदन, अविश्वास प्रस्ताव की स्थिति में बचे हुए पांच साल के कार्यकाल के लिए नए सिरे से चुनाव कराए जा सकते हैं. समिति में कोविंद के अलावा गृह मंत्री अमित शाह, राज्यसभा में विपक्ष के पूर्व नेता गुलाम नबी आजाद, वित्त आयोग के पूर्व अध्यक्ष एन के सिंह, पूर्व लोकसभा महासचिव सुभाष सी कश्यप, वरिष्ठ वकील हरीश साल्वे और पूर्व सतर्कता आयुक्त संजय कोठारी शामिल हैं. जानकारी रहे कि एक राष्ट्र एक चुनाव की प्रक्रिया साल 1967 तक प्रचलित थी. लेकिन, दलबदल, बर्खास्तगी और सरकार विधटन जैसे अनेक कारणों से यह बाधित हो गई थी.