जो संस्कृति भूल जाता है, उसे मिटने में समय नहीं लगता: साध्वी निरंजन ज्‍योति

फतेहपुर: जो अपनी संस्कृति और धरोहर को भूल जाता है, उसे मिटने में समय नहीं लगता है। यह बातें केंद्रीय राज्य मंत्री साध्वी निरंजन ज्योति ने कहीं। केंद्रीय राज्य मंत्री एएसइंटर कॉलेज में विश्व हिन्दू परिषद और बजरंग दल की शौर्य यात्रा में हुई सभा को संबोधित कर रहीं थीं। इसके पहले मंच पर भारत माता के चित्र पर दीप प्रज्ज्वलन के साथ कार्यक्रम का शुभारंभ हुआ।

केंद्रीय मंत्री ने कहा कि विश्व हिन्दू परिषद और बजरंगदल की ओर से शौर्य यात्रा निकाली गई है, जोकि झांसी से वाराणसी तक और ब्रज क्षेत्र में मथुरा तक निकाली जा रही है। कई बार व्यक्ति अपने अस्तित्व को भूल जाता है। हम क्या हैं, हमारी संस्कृति क्या है, इसे जरूर स्मरण रखना चाहिए। क्योंकि, जो अपनी संस्कृति और धरोहर को भूल जाता है, उसे मिटने में समय नहीं लगता है। विश्व हिन्दू परिषद की इस यात्रा का फतेहपुर की जनता ने जोश के साथ स्वागत किया है। यह यात्रा खागा, चित्रकूट होते हुए वाराणसी में समाप्त होगी। जिले की सांसद होने के नाते मैं इस शौर्य यात्रा और इसमें आए सभी लोगों का स्वागत करती हूं। रामलला का मंदिर बन रहा है और मुझे बड़ी खुशी है कि मैं इस आंदोलन से जुड़ी हूं। आज जब मैं मंदिर निर्माण होते देखती हूं तो अपार सुख की अनुभूति होती है।

जो संस्कृति भूल जाता है, उसे मिटने में समय नहीं लगता: साध्वी निरंजन ज्‍योति

भव्‍य राम मंदिर का साक्षी बनना मेरे लिए गौरव का क्षण: साध्‍वी

उन्‍होंने बताया कि जिस समय लोग बोलने वाले भी नहीं थे, उस समय सन् 1982 के कुंभ में अशोक सिंघल ने सभी संतों को एक मंच में लाकर राम मंदिर के लिए आंदोलन का रूप दिया। हम लोग हर आंदोलन के साक्षी हैं, चाहे गोली चली हो, कलंक का ढांचा टूटने के साक्षी हैं, अब उसके ऊपर दिव्य भव्य मंदिर बन रहा है, उसके भी साक्षी हो रहे हैं। यह सब हमारे लिए गौरव का क्षण है।

जो संस्कृति भूल जाता है, उसे मिटने में समय नहीं लगता: साध्वी निरंजन ज्‍योति

केंद्रीय मंत्री साध्‍वी निरंजन ज्‍योति ने आगे कहा, आज सनातन को जगाने का कार्य हो रहा है। रोटी अपनी, कमाना अपना, लेकिन देश हमारा है। उस देश के लिए सबको चिंता करनी पड़ेगी, क्योंकि कुछ लोग हमें ही चुनौती देने लगे हैं। सनातन धर्म को खत्‍म करने की बात करते हैं, उन्हें भी देखना है। यह सत्य है कि जो जन्म लिया है, उसकी मृत्यु है, लेकिन सनातन धर्म का जन्म नहीं हुआ बल्कि यह तो आदि अनंत से चला आ रहा है। ऐसे में जिसका जन्म ही नहीं है, उसकी मृत्यु कैसी? केंद्रीय मंत्री साध्वी निरंजन ज्योति ने शौर्य यात्रा में शामिल लोगों का स्वागत करते हुए यात्रा के लिए शुभकामनाएं दीं।