महाकुंभ के लिए शुरू हुईं युद्ध स्तर की तैयारियां, 30 परियोजना के लिए 121 करोड़ स्वीकृत

लखनऊ: प्रयागराज में जनवरी के महीने में होने वाले महाकुंभ को लेकर यूपी सरकार ने तैयारियां शुरू कर दी है. महाकुंभ में स्वास्थ्य, पर्यटन सहित अलग-अलग क्षेत्र में बेहतर सुविधाएं प्रदान करने के लिए यूपी सरकार ने 120.74 करोड़ रुपए की लागत की 30 परियोजनाओं को मंजूरी दे दी है. मुख्य सचिव की अध्यक्षता में हुई बैठक में इन परियोजनाओं को स्वीकृति मिली है.

मेले में साफ सफाई का ध्यान रखने के साथ ही गंगा नदी की साफ सफाई को ध्यान में रखते हुए भी चर्चा हुई. मुख्य सचिव ने इस विषय में कहा कि किसी भी हाल में गंदा पानी, गंगा नदी में प्रवाहित ना हो. प्रत्येक घर को सीवर लाइन से जोड़ा जाए, वहीं मेला क्षेत्र में भी जो शौचालय स्थापित किए जा रहे हैं उनकी रोजाना साफ सफाई की व्यवस्था हो और उसको सुनिश्चित करने के लिए थर्ड पार्टी से भी निरीक्षण कराया जाए.

इस साल हो रहे महाकुंभ के लिए पूरे प्रयागराज शहर को नया रूप दिया जा रहा है. प्रयागराज शहर में जंक्शन डिजाइन,  सोलर स्ट्रीट लाइट,  भित्ति चित्र,  साइनेज लगाने का काम महाकुंभ से पहले करने के लिए सरकार एड़ी चोटी का जोर लगा रही है. वहीं जिन स्थानों पर जगह उपलब्ध है वहां बागवानी भी कराई जा रही है जिससे शहर को हरा भरा किया जा सके. इसके साथ ही लोगों के आने जाने और उनकी सुरक्षा व्यवस्था बेहतर करने के लिहाज से भी सरकार प्लानिंग कर रही है.

इन विभागों को मिली इतनी धनराशि

महाकुंभ को लेकर जिन मदो में धनराशि आवंटित हुई है वो हैं, मोती लाल नेहरू मेडिकल कॉलेज को 2584.12 लाख रुपये लागत की 02 परियोजनाओं, स्वास्थ्य विभाग की 5823.02 लाख रुपये लागत की 19 परियोजनाओं, पर्यटन विभाग की 351 लाख रुपये लागत की 1 परियोजना, प्रयागराज विकास प्राधिकरण की 789.34 लाख रुपये लागत की 01 परियोजना, उद्यान विभाग की 755.18 रुपये लागत की 3 परियोजनाओं, सीएण्डडीएस की  1249.79 लाख रुपये लागत की 2 परियोजनाओं, यूपी जल निगम की 523.24 करोड़ रुपये लागत की 1 परियोजना व सिंचाई विभाग की एक परियोजना इस प्रकार कुल 12075.69 लाख रुपये लागत की 30 परियोजनाओं को मंजूरी प्रदान की गई.

इसके अलावा महाकुम्भ के समय पर आने वाले विदेशी पर्यटकों एवं वीआईपी अतिथियों को सुव्यवस्थित व्यवस्था देने के लिए पर्यटन विभाग द्वारा 351 लाख रुपये की लागत से मेला क्षेत्र के परेड ग्राउण्ड में 55 प्रीमियम टेण्ट लगाये जायेंगे. आईईआरटी पुलिया (पीपल के पेड़ के पास) से गंगा नदी तट तक सड़क चौड़ीकरण, सुदृढ़ीकरण व सौन्दर्यीकरण का काम 789.34 लाख रुपये की लागत से प्रयागराज विकास प्राधिकरण द्वारा कराया जायेगा. इसी तरह उद्यान विभाग द्वारा 199.21 लाख रुपये की लागत से मेला क्षेत्र में मिट्टी व फाइबर के गमलों में मौसमी फूल और शोभाकार पौधे तैयार कर मेला क्षेत्र व 495.97 लाख रुपये की लागत से राजकीय पार्कों का सौन्दर्यीकरण का काम कराया जायेगा.

विभागीय योजनाओं के प्रचार के लिए लगेगी प्रदर्शनी

इसके अलावा विभाग द्वारा 60 लाख रुपये की लागत से औद्यानिक तकनीकी व विभागीय योजनाओं के प्रचार-प्रसार हेतु प्रदर्शनी लगायी जायेगी. इसी प्रकार सीएण्ड डीएस द्वारा महाकुम्भ 2025 के दृष्टिगत नगर क्षेत्र में 15 चिन्हित स्थानों पर 751 लाख रुपये की धनराशि से थीमैटिक वेस्ट टू वण्डर इंस्टालेशन की स्थापना की जायेगी, जिसमें डमरू एवं नटराज आदि की मूर्ति स्थापित की जायेगी. इन कलाकृतियों को कल्चर मार्बल के माध्यम से बनाया जायेगा. इसके अतिरिक्त सीएडडीएस द्वारा प्रयागजराज के जार्ज टाउन में प्रयागराज मेला प्राधिकरण के गेस्ट हाउस के मरम्मत व उच्चीकरण का काम कराया जायेगा.

यूपी जल निगम (नगरीय) द्वारा महाकुम्भ में आने वाले श्रद्धालुओं व पर्यटकों को स्वच्छ पेयजल आपूर्ति के लिए पूरे मेला क्षेत्र में पाइप बिछाने के लिए 5112.44 रुपये की लागत से डीआईके-7 पाइप का खरीदे जाएंगे. प्रयागराज मेला प्राधिकरण द्वारा गंगा नदी को व्यवस्थित करने के लिये भारतीय अंतर्देशीय जलमार्ग प्राधिकरण के साथ समन्वय स्थापित कर बैम्बू पिनिंग की कार्य योजना बनायी गई है, जिस पर काम किया जायेगा.