मुजफ्फरनगर में शिक्षक की हत्‍या का यूपी के कई शहरों में विरोध, अध्‍यापकों ने रोका कॉपियां जांचने का काम

लखनऊ: वाराणसी से बोर्ड परीक्षा की उत्‍तर पुस्तिकाएं लेकर गए मुजफ्फरनगर गए शिक्षक धर्मेंद्र कुमार की हत्‍या उनके सुरक्षा में लगे सिपाही द्वारा किए जाने का विरोध शुरू हो गया है।

शिक्षक धर्मेंद्र की हत्‍या की जानकारी के बाद पूर्व शिक्षक विधायक चेतनारायण सिंह के निर्देश पर वाराणसी के सभी मूल्यांकन केंद्र पर सोमवार (18 मार्च) को मूल्यांकन नहीं होगा। सभी शिक्षकों से अनुरोध कर मूल्यांकन का विरोध करने को कहा गया है। साथ ही दोपहर 12:00 बजे क्वींस इंटर कॉलेज वाराणसी पर शोकसभा का आयोजन किया गया, जिसमें पूर्व शिक्षक विधायक चेतनारायण सिंह भी मौजूद हैं।

इन मांगों को लेकर दिया जा रहा धरना

मुजफ्फरनगर में शिक्षकों की मांग है कि हत्यारोपित पर रासुका लगे, पीड़ित परिवार को 10 करोड़ रुपये और परिवार के सदस्य को पीसीएस रैंक की नौकरी दी जाए। राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार हो और भविष्य में शिक्षकों को ट्रक या कंटेनर में ड्यूटी पर नहीं भेजा जाए।

शिक्षकों का कहना है कि सभी मांगों पर लिखित आश्वासन मिलने पर ही धरना प्रदर्शन समाप्त किया जाएगा। तब तक यूपी बोर्ड कॉपियों का मूल्यांकन भी नहीं करेंगे। वाराणसी, मुजफ्फरनगर के अलावा प्रयागराज और लखनऊ में भी शिक्षकों ने मूल्यांकन का बहिष्कार कर दिया है। वे सभी के शिक्षक धर्मेंद्र कुमार की हत्या किए जाने से आंदोलित हैं।