हेड कोच के तौर पर राहुल द्रविड़ का आखिरी मुकाबला, बताया किसके लिए जीतना चाहते हैं वर्ल्‍ड कप?

स्‍पोर्ट्स डेस्‍क: भारतीय क्रिकेट टीम के हेड कोच राहुल द्रविड़ के नेतृत्व में शनिवार को आखिरी बार कोई मुकाबला खेलने उतरेगी। आज टी-20 विश्व कप 2024 के फाइनल में भारत का सामना दक्षिण अफ्रीका से होगा। टीम जब बारबाडोस में होने वाले मुकाबले के लिए मैदान पर उतरेगी तो यह कोच के तौर पर टीम के साथ राहुल द्रविड़ का आखिरी मैच भी होगा।

राहुल द्रविड़ के लिए विश्व कप जीतना कोई व्यक्तिगत गौरव का क्षण नहीं होगा, बल्कि यह टीम की उपलब्धी होगी। उनके मुताबिक, भारत अगर विश्व चैंपियन बनता है तो यह टीम के प्रयास और रोहित शर्मा की प्रेरणादयी कप्तानी का परिणाम होगा। द्रविड़ का करार बीते नवंबर में वनडे विश्व कप के बाद ही खत्म हो गया था, लेकिन टीम प्रबंधन ने टी-20 विश्व कप तक उन्हें इस जिम्मेदारी को निभाने का आग्रह किया था। टी-20 विश्व कप के ब्रॉडकास्टर द्वारा सोशल मीडिया पर ‘डूइटफोरद्रविड़’ (द्रविड़ के लिए करो) का अभियान चला है, जिसे क्रिकेट जगत और प्रशंसकों का समर्थन मिल रहा है। लेकिन, 51 वर्षीय द्रविड़ इस वैश्विक खिताब को किसी व्यक्ति के लिए नहीं, बल्कि टीम के लिए जीतना चाहते हैं।

राहुल द्रविड़ ने कही ये बात

राहुल द्रविड ने एक स्पोर्ट्स चैनल से कहा, मैं बस अच्छा क्रिकेट खेलना चाहता हूं। मैं इस बात के खिलाफ हूं कि टीम को इसे किसी व्यक्ति विशेष के लिए करना चाहिए। मैं इसके बारे में बात नहीं करना चाहता और न ही इस पर चर्चा करना चाहता हूं। मैं ‘किसी के लिए कुछ करो’ पर विश्वास नहीं करता हूं। मुझे वह उदाहरण बहुत पसंद है, जिसमें कोई व्यक्ति किसी और से पूछ रहा है, आप माउंट एवरेस्ट पर क्यों चढ़ना चाहते हैं? और वह कहता है कि मैं माउंट एवरेस्ट पर चढ़ना चाहता हूं, क्योंकि वह वहीं है। मैं यह विश्व कप जीतना चाहता हूं क्योंकि यह वहां है। यह किसी व्यक्ति विशेष के लिए नहीं है, यह सिर्फ जीतने के लिए है।

राहुल द्रविड़ साल 2011 में इंग्लैंड दौरे पर शानदार लय में थे। वह इस दौरे पर सबसे अधिक रन बनाने वाले भारतीय खिलाड़ी के तौर पर उभरे थे। इस समय कई लोगों का मानना था कि वह अब खेल को अलविदा कह देगें। इस दौरे के बाद बैंगलुरु में जब उसने इसके बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि उनका ध्यान अभी साल के आखिर में होने वाले ऑस्ट्रेलिया के दौरे पर है। ऑस्ट्रेलिया के उस दौरे के लगभग 12 साल के बाद द्रविड़ एक बार फिर से उसी तरह की स्थिति में है। भारतीय टीम अगर केंसिंग्टन ओवल में विश्व कप जीतती है तो इसका बहुत सारा श्रेय रोहित शर्मा और टीम के खिलाड़ियों को जाएगा, लेकिन इसके एक नायकों में राहुल द्रविड़ भी शामिल होंगे। टीम जीते या हारे द्रविड़ उसी तरह से शांतचित रहेंगे, जैसा कि वह खिलाड़ी के तौर पर थे।