नई दिल्ली: लोकसभा चुनाव 2024 में ‘इंडिया’ गठबंधन के शानदार प्रदर्शन के बाद कांग्रेस नेता राहुल गांधी दूसरी बार पत्रकारों से मुखातिब हुए। गुरुवार (6 जून) को प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए उन्होंने दावा किया कि शेयर बाजार पर सरकार की ओर से की गई टिप्पणी से लाखों खुदरा निवेशकों का नुकसान हुआ। उन्होंने कहा कि इससे निवेशकों को 30 लाख करोड़ रुपये का नुकसान हुआ।
राहुल गांधी ने कहा कि यह शेयर बाजार का अब तक का सबसे बड़ा घोटाला है। इसकी संसदीय समिति से जांच कराई जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि हमने नोट किया कि चुनाव के समय प्रधानमंत्री ने, गृह मंत्री और वित्त मंत्री ने स्टॉक मार्केट पर टिप्पणी की। प्रधानमंत्री ने द, तीन, चार बार देश को कहा कि स्टॉक मार्केट तेजी से आगे बढ़ने जा रहा है। स्टॉक मार्केट में निवेश करने के लिए कहा।
स्टॉक मार्केट में कोई न कोई घपला हो रहा है
कांग्रेस नेता ने कहा कि अमित शाह कहते हैं कि 4 जून से पहले शेयर खरीदें। मोदी कहते हैं कि चार जून को स्टॉक खरीदें। 1 जून को मीडिया झूठे एग्जिट पोल निकालती है। भाजपा को जो आंतरिक एग्जिट पोल था, उसमें उसे 220 सीटें मिल रही थीं। आंतरिक एजेंसियों ने सरकार को 220 से 230 सीटों के मिलने के बारे में बताया था। स्टॉक मार्केट तीन जून को सारे रिकॉर्ड तोड़ देता है और 4 जून को धड़ाम हो जाता है। उन्होंने कहा कि ये दिखाता है कि कोई न कोई घपला हो रहा है। हजारों करोड़ रुपये यहां निवेश हुए। स्टॉक मार्केट गिरने के बाद 20 लाख करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है। ये जो आप देख रहे हैं वह स्टॉक मार्केट के इतिहास का सबसे बड़ा नुकसान है।
#WATCH रायबरेली व वायनाड से विजयी सांसद और कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा, "पहली बार हमने यह नोट किया कि चुनाव के समय प्रधानमंत्री, गृह मंत्री, वित्त मंत्री ने शेयर बाज़ार पर टिप्पणी दी। प्रधानमंत्री ने दो-चार बार कहा कि शेयर बाज़ार तेज़ी से बढ़ने जा रही है… उनके मैसेज को… pic.twitter.com/keq51nnx23
— ANI_HindiNews (@AHindinews) June 6, 2024
राहुल गांधी ने सवाल किया कि प्रधानमंत्री ने देश की जनता को निवेश की सलाह क्यों दी? क्यों गृह मंत्री ने उन्हें स्टॉक खरीदने का आदेश दिया? दोनों जो इंटरव्यू किए गए। ये अदाणी जी के चैनल को दिए गए। उन पर पहले ही सेबी की जांच बैठी है तो उस पर जांच होनी चाहिए। मोदीजी के ये जो फेक इन्वेस्टर हैं और जो विदेशी निवेशक हैं। इनके बीच क्या रिश्ता है और अगर रिश्ता है तो इसकी जांच होनी चाहिए। इसे लेकर हमारे पास सवाल हैं। हम इस घोटाले को लेकर जेपीसी की मांग करते हैं। इस पूरे मामले में निवेशकों ने करोड़ों गंवाए हैं। यह एक आपराधिक कार्य था।
भाजपा को पता था कि उन्हें पूर्ण बहुमत नहीं मिलने वाला
रायबरेली व वायनाड से विजयी सांसद और कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा कि पहली बार हमने यह नोट किया कि चुनाव के समय प्रधानमंत्री, गृह मंत्री, वित्त मंत्री ने शेयर बाज़ार पर टिप्पणी दी। प्रधानमंत्री ने दो-चार बार कहा कि शेयर बाज़ार तेज़ी से बढ़ने जा रही है… उनके मैसेज को वित्त मंत्री और गृह मंत्री ने भी आगे बढ़ाया। अमित शाह कहते हैं 4 चार जून से पहले शेयर खरीदें। प्रधानमंत्री ने भी यही कहा और 28 मई को फिर से दोहराया… 3 जून को शेयर बाज़ार सारे रिकॉर्ड तोड़ देता है और 4 जून को शेयर बाजार नीचे चला जाता है।
उन्होंने कहा कि भाजपा के सबसे बड़े नेताओं ने रिटेल इंवेस्टर को मैसेज दिया है… उनके पास जानकारी थी कि भाजपा को पूर्ण बहुमत नहीं मिलने वाला है, वे जानते थे की 3-4 जून को क्या होने वाला है… 30 लाख करोड़ रुपए का नुकसान हुआ है और हजारों-लाखों करोड़ रुपए का चुने हुए लोगों को फायदा हुआ है, हम प्रधानमंत्री, गृह मंत्री, जिन्होंने एग्जिट पोल किया उनपर और विदेशी निवेशकों पर जांच चाहते हैं।