23 सूत्रीय मांगों को लेकर धरना देने दिल्ली जायेंगे सेवानिवृत्त कर्मचारी

बैठक में बनी आन्दोलन की रणनीति

बस्ती: रविवार को सेवानिवृत्त कर्मचारी एवं पेंशनर एसोसिएशन पदाधिकारियों, सदस्यों की बैठक जिलाध्यक्ष नरेन्द्र बहादुर उपाध्याय की अध्यक्षता में कलेक्ट्रेट परिसर में सम्पन्न हुई। बैठक में 23 सूत्रीय मांगों को लेकर आगामी 3 नवम्बर को राजधानी दिल्ली के रामलीला मैदान में आयोजित धरने में भागीदारी पर विचार किया गया।

बैठक को सम्बोधित करते हुए एसोसिएशन जिलाध्यक्ष नरेन्द्र बहादुर उपाध्याय ने कहा कि आगामी 3 नवम्बर को राजधानी दिल्ली के रामलीला मैदान में आयोजित स्तरीय धरना प्रदर्शन का कार्यक्रम है जिसमें बड़ी संख्या में लोग हिस्सा लें। बताया कि ट्रेन एवं अन्य माध्यमों से देश भर के सेवानिवृत्त कर्मचारी पहुंचेंगे। बैठक में एसोसिएशन जिलाध्यक्ष ने बताया कि आगामी 6 नवम्बर को प्रेस क्लब सभागार में एसोसिएशन का सम्मेलन होगा जिसमें 11 वरिष्ठ सेवानिवृत्त कर्मचारियों एवं विभिन्न वर्गों के सामाजिक संगठनों के लोगों को उनके योगदान के लिये सम्मानित किया जायेगा।

बैठक में जिला मंत्री उदय प्रताप पाल, वरिष्ठ उपाध्यक्ष रामनाथ, उपाध्यक्ष प्रेमशंकर लाल श्रीवास्तव, राजेन्द्र प्रसाद सिंह, ई. रामचन्द्र शुक्ल, केशव प्रसाद दूबे, देवी प्रसाद शुक्ल, सत्यनाम सिंह, एलके पाण्डेय, दिनेश चन्द्र पाण्डेय, विशुनचन्द श्रीवास्तव, छोटेलाल यादव आदि ने सम्बोधित किया। वक्ताओं ने कहा कि सरकार मांगों को पूरा कराने की दिशा में चुप्पी साधे हुए हैं, इसे बर्दाश्त नहीं किया जायेगा। दिल्ली के धरने में मांगों को प्रमुखता से उठाया जायेगा। इस धरने में देश भर से विभिन्न प्रान्तों के सेवानिवृत्त कर्मचारी हिस्सा लेंगे।

वक्ताओं ने कहा कि 23 सूत्रीय मांगों में पुरानी पेंशन बहाल किये जाने, चिकित्सा प्रतिपूर्ति, कैशलेस चिकित्सा में प्रत्येक बीमारी का इलाज, ओपीडी से इलाज में कैशलेस चिकित्सा लागू किये जाने, सेवा निवृत्त पेंशनरों को 65, 70 एवं 75 वर्ष पर क्रमशः 5, 10 एवं 15 प्रतिशत की बढ़ोत्तरी किये जाने, राशिकृत अंश की वापसी 10 वर्ष किये जाने, कोराना काल में फ्रीज डीए का भुगतान कराये जाने, रोडवेज की बसों में सेवानिवृत्त कर्मचारियों को 50 प्रतिशत की छूट दिये जाने, पेंशन में आयकर की कटौती न किये जाने, वरिष्ठ नागरिकों को पूर्व की भांति रेल किराये में छूट दिये जाने आदि की मांग शामिल है। बैठक में राधेश्याम त्रिपाठी, रामनाथ, प्रेमशंकर लाल, राजेन्द्र प्रसाद सिंह आदि ने पेंशनरों की समस्याओं पर विस्तार से प्रकाश डाला।