सुप्रीम कोर्ट ने रिटायर्ड IPS की सजा पर लगाई रोक, धोनी पर लगाया मैच फिक्सिंग का आरोप

स्‍पोर्ट्स डेस्‍क: भारतीय टीम के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी द्वारा दायर अदालत की अवमानना के मामले में सुप्रीम कोर्ट ने रिटायर्ड आईपीएस अधिकारी संपत कुमार की सजा पर रोक लगा दी है। जस्टिस ए एस ओका और उज्ज्वल भुइयां की बेंच ने हाईकोर्ट के आदेश के खिलाफ कुमार की याचिका पर नोटिस जारी किया। इस मामले की अगली सुनवाई 8 मार्च को तय की गई है। बता दें कि मद्रास हाईकोर्ट ने IPS अफसर को 15 दिन की जेल की सजा सुनाई थी।

दरअसल, साल 2013 में तमिलनाडु पुलिस के CID अफसर जी संपत कुमार ने आईपीएल सट्टेबाजी मामले की शुरुआती जांच की थी। उन पर सट्‌टेबाजों को छोड़ने के लिए रिश्वत लेने का आरोप लगा था, इसलिए उन्हें इस केस से हटा दिया गया था। इस केस में संपत ने एमएस धोनी का नाम भी शामिल किया था।

धोनी ने किया था 100 करोड़ का मनहानि केस  

इस पर धोनी ने जी संपत कुमार और एक टेलीविजन चैनल ग्रुप के खिलाफ 100 करोड़ रुपये का मानहानि का केस किया था। धोनी ने संपत के खिलाफ अवमानना ​​याचिका भी दायर की थी। इस याचिका में संपत की ओर से सुप्रीम कोर्ट और मद्रास हाईकोर्ट के खिलाफ की गई अपमानजनक टिप्पणियों का हवाला दिया था।

संपत कुमार ने कथित रूप से दावा किया कि सुप्रीम कोर्ट ने 2013 IPL में मैच फिक्सिंग पर जस्टिस मुद्गल समिति की रिपोर्ट के कुछ हिस्सों को सीलबंद कवर में रखने का फैसला किया और इसे विशेष जांच दल को नहीं सौंपा। धोनी ने अपनी याचिका में तर्क दिया कि संपत ने कहा था कि सीलबंद लिफाफे को रोकने के पीछे सुप्रीम कोर्ट का एक मकसद था।