स्पोर्ट्स डेस्क: टीम इंडिया के कप्तान रोहित शर्मा (57 रन) की अर्धशतकीय पारी के बाद ऑलराउंडर अक्षर पटेल और स्पिन गेंदबाज कुलदीप यादव की शानदार गेंदबाजी से गुरुवार (27 जून) को गयाना में बारिश से प्रभावित दूसरे सेमीफाइनल में गत चैंपियन इंग्लैंड को 68 रन से हरा दिया गया। इसी के साथ भारतीय क्रिकेट टीम टी-20 विश्व कप 2024 के फाइनल में प्रवेश कर चुकी है। अब खिताबी मुकाबले में भारत का सामना शनिवार (29 जून) को दक्षिण अफ्रीका से होगा।
टूर्नामेंट के साल 2007 के शुरुआती चरण की चैंपियन भारतीय टीम इस तरह तीसरे टी-20 विश्व कप फाइनल में पहुंची। भारत ने इस जीत से 2022 में इस टूर्नामेंट में इंग्लैंड से सेमीफाइनल में मिली 10 विकेट की हार का बदला भी चुकता किया। टीम इंडिया की जीत के बाद कप्तान रोहित शर्मा भावुक हो गए। पोस्ट मैच प्रेजेंटेशन सेरेमनी में कप्तान ने मैच जिताऊ गेंदबाजी करने वाले अक्षर पटेल और कुलदीप यादव की जमकर तारीफ की।
रोहित शर्मा ने कही ये बात
मैच के बाद रोहित शर्मा ने कहा कि यह मैच जीतना बहुत संतोषजनक है। हमने एक इकाई के रूप में वास्तव में कड़ी मेहनत की है। इस गेम को इस तरह जीतने के बाद मैं कहूंगा कि हर किसी का बहुत अच्छा प्रयास रहा। हमने वास्तव में परिस्थितियों को अच्छी तरह से अपनाया। यह एक चुनौती थी और हमने इसे अपनाया। हमने परिस्थितियों के हिसाब से वास्तव में अच्छा खेला। यदि खिलाड़ी परिस्थितियों के अनुसार खेलते हैं तो चीजें सही हो जाती हैं। हम जिस तरह यहां तक पहुंचे उससे बहुत खुश हूं।
भारतीय कप्तान ने कहा कि एक समय हम सोच रहे थे 140-150 का स्कोर सही होगा, लेकिन जैसे-जैसे खेल आगे बढ़ा और मेरे-सूर्यकुमार के बीच अच्छी साझेदारी हुई तो हमने इसमें 25 रन और जोड़ने की बात कही। मैं अपने दिमाग में लक्ष्य निर्धारित कर सकता हूं, लेकिन मैं इसके बारे में किसी भी बल्लेबाज को नहीं बताना चाहता। वे सभी सहज खिलाड़ी हैं। इससे उन पर दबाव बनेगा। मैं चाहता हूं कि वह मैदान पर जाएं और बिना ज्यादा कुछ सोचे खुलकर खेलें। हमने अच्छी बल्लेबाजी की, कंडीशन को बेहतर समझा और अच्छे स्कोर तक पहुंचे। यही मैं चाहता था।
कप्तान रोहित शर्मा ने की अक्षर-कुलदीप की तारीफ
हिटमैन शर्मा ने कहा कि मुझे लगता है कि इस सतह पर 170 एक बहुत अच्छा स्कोर था। अक्षर और कुलदीप हमारे लिए गन स्पिनर्स (किसी भी परिस्थिति में विकेट निकालने वाले) हैं। अगर उन्हें इस तरह कि पिच मिले तो उनकी गेंद पर कुछ शॉट खेलना वाकई मुश्किल है। दबाव उन पर भी था, लेकिन वे शांत रहे और जानते थे कि इस विकेट पर क्या गेंदबाजी करनी है। पहली पारी के बाद हमने थोड़ी बातचीत की थी। मैंने कहा था कि जितना संभव हो सके स्टंप्स को मारने की कोशिश करें, स्टंप्स को खेल में रखें। ऐसा ही हुआ।
मैच में क्या-क्या हुआ?
वहीं, अगर मैच की बात करें तो भारतीय टीम ने कप्तान रोहित शर्मा (39 गेंद, छह चौके, दो छक्के) के अर्धशतक और सूर्यकुमार यादव (47 रन) के साथ तीसरे विकेट के लिए उनकी 73 रन की साझेदारी की बदौलत मुश्किल पिच पर सात विकेट पर 171 रन का चुनौतीपूर्ण स्कोर खड़ा किया था। फिर भारत ने अपने स्पिनर अक्षर (23 रन देकर तीन विकेट) और कुलदीप (19 रन देकर तीन विकेट) के शानदार प्रदर्शन से इंग्लैंड को महज 16.4 ओवर में 103 रन पर समेट दिया। जसप्रीत बुमराह ने 2.4 ओवर में 12 रन देकर दो विकेट झटके। इंग्लैंड के लिए कप्तान जोस बटलर (23), हैरी ब्रूक (25), जोफ्रा आर्चर (21) और लियाम लिविंगस्टोन (11) ही दोहरे अंक तक पहुंच सके।