हेल्थ डेस्क: अगर आप अपने पूरे स्वास्थ्य को ठीक रखना चाहते हैं तो आपको अपनी जीवनशैली और आहार में सुधार करना सबसे अहम है। इनमें होने वाली गड़बड़ी आपको दीर्घकालिक बीमारियों का शिकार बना सकती है। स्वास्थ्य विशेषज्ञ बताते हैं कि कुछ बीमारियों का जोखिम आनुवांशिक होता है, जिसको लेकर आपको विशेष सावधानी बरतते रहने की जरूरत होती है। इनमें से कुछ ‘साइलेंट किलर’ बीमारियां मानी जाती हैं, जो शरीर को भीतर ही भीतर खोखला बनाती जाती हैं। इन बीमारियों के कारण मृत्युदर भी अधिक देखा जाता है।
साइलेंट किलर बीमारियां किसी भी समय गंभीर हो सकती हैं और गंभीर स्थितियों में मौत का कारण भी बन सकती हैं। दुर्भाग्यवश भारत ही नहीं कई देशों में बड़ी आबादी इन बीमारियों की चपेट में है। कहीं आप भी तो इसके शिकार नहीं हैं? आइए साइलेंट किलर बीमारियों और इसके कारण होने वाली स्वास्थ्य समस्याओं के जोखिमों को जानते हैं।
उच्च रक्तचाप और इसका खतरा
उच्च रक्तचाप या हाई ब्लड प्रेशर को स्वास्थ्य विशेषज्ञ सबसे गंभीर स्वास्थ्य समस्या के रूप में मानते हैं। दुनियाभर में हृदय रोग मृत्यु के प्रमुख कारणों में से एक है और हृदय रोगों के लिए हाई ब्लड प्रेशर को सबसे बड़े खतरे के रूप में जाना जाता है। हाई ब्लड प्रेशर सिर्फ हृदय रोग ही नहीं बल्कि शरीर के कई अंगों को गंभीर रूप से प्रभावित कर सकता है। यही कारण है कि इसे सबसे खतरनाक ‘साइलेंट किलर डिजीज’ के तौर पर जाना जाता है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) की रिपोर्ट के अनुसार, दुनियाभर में 30-79 की आयु वाले 1.28 बिलियन (128 करोड़ से अधिक) लोगों को हाई ब्लड प्रेशर की दिक्कत है।
विशेषज्ञ बताते हैं कि उच्च रक्तचाप से पीड़ित अधिकांश लोगों को पता ही नहीं होता कि उन्हें यह बीमारी है, क्योंकि आमतौर पर इसके लक्षण स्प्ष्ट नहीं होते हैं। लेकिन, धीरे-धीरे उच्च रक्तचाप कई गंभीर और क्रोनिक बीमारियों का जोखिम बढ़ाता जाता है। ये दिल का दौरा और स्ट्रोक जैसी जानलेवा समस्याओं का भी प्रमुख कारण है। अमेरिकन हार्ट एसोसिएशन के मुताबिक, अनियंत्रित हाई ब्लड प्रेशर हृदय रोगों के अलावा कई गंभीर स्वास्थ्य जटिलताओं जैसे स्ट्रोक, किडनी की बीमारी-किडनी फेलियर, धमनियों के रोग और दृष्टि हानि तक का कारण बन सकती है।
मोटापा भी है एक बड़ा खतरा
हाई ब्लड प्रेशर की ही तरह मोटापे को भी स्वास्थ्य विशेषज्ञ गंभीर और जानलेवा स्वास्थ्य समस्या के रूप में जानते हैं। अतिरिक्त वजन, स्वास्थ्य पर कई प्रकार से नकारात्मक प्रभाव डालता है। मोटापा से ग्रस्त लोगों में मेटाबॉलिज्म, हृदय रोग-डायबिटीज से लेकर प्रजनन और पल्मोनरी बीमारियों का खतरा अधिक होता है। मोटापा सभी आयु समूह के लोगों में क्रोनिक बीमारियों और मृत्यु का खतरा बढ़ाने वाली समस्या है।
डायबिटीज और इससे होने वाली दिक्कतें
डायबिटीज दुनियाभर में तेजी से बढ़ती गंभीर समस्याओं में से एक है। ये साइलेंट किलर बीमारी मानी जाती है, जिसपर अगर समय रहते ध्यान न दिया जाए तो ये तंत्रिकाओं से लेकर आंखों और हृदय के लिए भी गंभीर दिक्कतें बढ़ा सकती है। मधुमेह की स्थिति शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को गंभीर नुकसान पहुंचाती है जिसके कारण संक्रामक बीमारियों का जोखिम बढ़ जाता है। ऐसे लोगों में आंखों की रोशनी जाने का भी खतरा अधिक देखा जाता रहा है।