वाराणसी: दिल्ली के कोचिंग सेंटर की घटना के बाद वाराणसी विकास प्राधिकरण (वीडीए) की नींद भी टूट गई है। बेसमेंट के गलत इस्तेमाल पर शहर में अभियान चलाते हुए प्रवर्तन टीम ने 45 स्थानों के बेसमेंट की जांच की। गलत इस्तेमाल होने पर 14 बेसमेंट सील कर दिए गए। इनमें 13 कोचिंग संस्थान शामिल हैं। इनके अलावा 19 बेसमेंट के मालिकों को तीन दिन में अनाधिकृत इस्तेमाल बंद कर वैधता प्रमाण पत्र पेश करने का नोटिस थमाया है। बाकी 12 को बेसमेंट में पार्किंग व्यवस्था सुधारने की चेतावनी दी गई।
वीडीए उपाध्यक्ष पुलकित गर्ग की अगुवाई में वीडीए के बेसमेंट का गलत इस्तेमाल करने वालों के खिलाफ अभियान चलाया गया। वीडीए सचिव डॉ. वेद प्रकाश मिश्रा ने दुर्गाकुंड स्थित कई कोचिंग संस्थाओं पर छापेमारी की। सूचना मिलते ही कोचिंग संचालकों में हड़कंप मच गया। कागजात न दिखाने पर उन्होंने कोचिंग के बेसमेंट को सील कर दिया।
नियम विरुद्ध कुछ भी संचालित होगा तो कार्रवाई तय
उपाध्यक्ष पुलकित गर्ग ने कहा कि बेसमेंट का इस्तेमाल पार्किंग या स्टोर रूम के लिए होता है। यदि नियम विरुद्ध कुछ भी संचालित होगा तो कार्रवाई तय है। जिन-जिन संस्थानों में सील की कार्रवाई की है, यदि कोई सील तोड़कर अन्य कार्य करेगा तो एफआईआर दर्ज कराई जाएगी। यह भी जांच की जाएगी कि आवासीय नक्शा पास कर किसी भवन का व्यवसायिक इस्तेमाल तो नहीं किया जा रहा है।
इन कोचिंग संस्थानों को किया गया सील
- जोन 1: शिवम इंस्टीट्यूट, आकांक्षा सेल्फ स्टडी लाइब्रेरी, शुभम डिजिटल लाइब्रेरी (कोयराजपुर), एनआर इंस्टीट्यूट (बैजलपट्टी) के अवैध बेसमेंट को सील किया गया।
- जोन 2: एसएस ट्यूटोरियल महादेवनगर आशापुर सारनाथ, आशा अकादमी बलुआ रोड के अवैध बेसमेंट को सील किया गया। इंटायर एजुकेशन तिलमापुर बलुआ रोड सारनाथ, आधार इंस्टीट्यूट आशापुर को नोटिस जारी किया गया।
- जोन 4: दुर्गाकुंड भेलूपुर स्थित जेआरएस कोचिंग के अनाधिकृत बेसमेंट को सील किया गया। रक्षक अकादमी दुर्गाकुंड, डिजाइन कोचिंग दुर्गाकुंड, माई क्लासेस कबीरनगर के बेसमेंट को सील किया गया।
- जोन 5: प्रिवेल कोचिंग क्लासेस मुगलसराय के अनाधिकृत बेसमेंट को सील किया गया।
बेसमेंट का इस्तेमाल सही कराएं अधिकारी: वीडीए उपाध्यक्ष
वीडीए उपाध्यक्ष पुलकित गर्ग ने मंगलवार को बैठक कर प्रवर्तन टीम को आदेश दिए कि हर जोन में जांच कर कार्रवाई करें। साथ ही मानचित्र जांच कर तीन दिन के भीतर बेसमेंट का इस्तेमाल सही तरीके से कराएं। अंतिम अवसर देने के लिए उन्हें नोटिस थमाएं। तीन दिन में यदि कोई सुधार न हो तो तत्काल सील करें। बैठक में सचिव डॉ. वेद प्रकाश मिश्रा, अपर सचिव डॉ. गुडाकेश शर्मा, संयुक्त सचिव परमानंद यादव सहित अन्य अधिकारी मौजूद रहे।