वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण आज सुबह 11 बजे केंद्रीय बजट 2023-24 पेश करेंगी। सभी की नजर वित्त मंत्री के बजट पर है कि, इस बार वित्त मंत्री के पिटारे से ऐसा क्या निकलेगा जिससे आमजन को राहत मिलेगी।
लेकिन क्या आपको पता है कि, इस बजट को तैयार करने में वित्त मंत्री के अलावा कई ऐसे बुद्धिजीवियों की मेहनत होती है, जिनका हम नाम तक नहीं जानते हैं। आम आदमी की उम्मीदों और व्यापारियों को राहत देने वाले इस बजट को तैयार करने में केन्द्रीय राज्य मंत्री और वित्त सचिव से लेकर राजस्व सचिव और विनिवेश सचिव उनका पूरा साथ देते हैं।
लिस्ट में सबसे पहला नाम है वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल का, हाल ही में विभिन्न देशों के साथ मुक्त व्यापार समझौते को मुकाम तक पहुंचाने गोयल का बजट तैयार करने में महत्वपूर्ण योगदान है, दूसरा प्रमुख चेहरा वित्त सचिव टीवी सोमनाथन का है, इसके अलावा एक अहम नाम वित्त मंत्रालय के इकोनॉमिक अफेयर्स विभाग के प्रभारी सचिव अजय सेठ का है। बजट डिविजन का जिम्मा वही देखते हैं।
इसके अलावा तुहीन कांत पांडेय वित्त मंत्रालय के तहत आने वाले विनिवेश और सार्वजनिक संपत्ति प्रबंधन विभाग के सचिव हैं। तुहीन के अहम योगदान के दम पर ही हाल के दिनों ने सरकार ने विनिवेश के क्षेत्र में कई उपलब्धि हासिल की है। इधर बजट तैयार करने में राजस्व सचिव संजय मल्होत्रा को जिम्मेदारी दी गयी थी कि वो सुनिश्चित करें कि, बजट में की गई घोषणाएं सरकार की पॉलिसी और महत्वकांक्षाओं के अनुरूप हो।
वित्त मंत्रालय के वित्तीय सेवा विभाग के सचिव विवेक जोशी इस भूमिका में आने से पहले जोशी गृह विभाग के तहत जनगणना के रजिस्ट्रार जनरल और निदेशक थे। वहीं वी. अनंत नागेश्वरण के ऊपर वर्ष 2022-23 के लिए आर्थिक सर्वे का ड्राफ्ट तैयार करने की भी जिम्मेदारी थी। जिसे संसद में मंगलवार को पेश किया गया।
और लिस्ट में आखिरी नाम है 1980 बैच के तमिलनाडु कैडर के रिटायर्ड आईएएस अधिकारी शक्तिकांत दास का, जो कि, 12 दिसंबर 2018 से भारतीय रिजर्व बैंक के गवर्नर का पद संभाल रहे हैं। देश में महंगाई को काबू करने के प्रयास या सरकार की आर्थिक नीतियों का बचाव करना, दास ने हमेशा अपनी भूमिका के साथ न्याय किया है।