श्रीलंका में आर्थिक संकट अपने चरम पर पहुंच गया है। महंगाई इतनी बढ़ गई है कि, लोगों के खाने पर आफत आ गई है। विश्व खाद्य कार्यक्रम ने कहा है कि, देश में 60 लाख से अधिक लोगों पर खाने के लिए तरस रहे हैं।
श्रीलंका में मौजूदा समय में गिरते भंडारण के साथ, विदेशी मुद्रा संकट एक गंभीर समस्या है। आलम ये है कि, सरकार आवश्यक आयात के बिल को भी नहीं भर पा रही है। क्रिकेटर से लेकर राजनेता तक पेट्रोल की किल्लत से जूझ रहे हैं। मीडिया से मिली जानकारी के मुताबिक, आज श्रीलंका में संसद की विशेष बैठक बुलाई गई है। इस बैठक में अगले राष्ट्रपति के चुनाव के लिए कार्यवाही शुरू की जाएगी। 20 जुलाई को नए राष्ट्रपति के चुने जाने की संभावना है।
इसके साथ ही द्वीप राष्ट्र के इतिहास में यह पहली बार होगा। जब राष्ट्रपति की नियुक्ति सांसद करेंगे न कि लोकप्रिय जनादेश। इधर, पूर्व राष्ट्रपति गोतबाया ने देश छोड़ने के बाद इस्तीफे का एलान कर दिया है। साथ ही श्रीलंका के SC ने पूर्व पीएम महिंदा राजपक्षे और पूर्व वित्त मंत्री बासिल राजपक्षे को बिना अनुमति के 28 जुलाई तक देश छोड़ने पर रोक लगा दी है।