संसद का मानसून सत्र सोमवार यानि आज से शुरू हो रहा है। ये पूरा सत्र हंगामेदार बीतने की संभावना है। सरकार की सर्वदलीय बैठक में इसके संकेत दिखे। सत्र से एक दिन पहले हुई बैठक में कांग्रेस ने पीएम मोदी के न रहने पर नाराजगी जताई है।
राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा कि यह लगातार दूसरा अवसर है जब प्रधानमंत्री सर्वदलीय बैठक में मौजूद नहीं है। क्या प्रधानमंत्री और सरकार सत्र को गंभीरता से नहीं ले रहे हैं। उन्होंने सत्र में महंगाई, बेरोजगारी, अग्निपथ योजना पर विस्तृत चर्चा की मांग की। उन्होंने सरकार द्वारा केंद्रीय एजेंसियों के दुरुपयोग पर भी चिंता जाहिर करते हुए इस मामले में चर्चा की मांग की।
इधर, सरकार में शामिल अपना दल (एस) ने केंद्र से जाति जनगणना पर जल्द निर्णय लेने और सरकारी नौकरियों में बैकलॉग खत्म करने के लिए नीति बनाने की मांग की। इस दौरान अलग-अलग दलों ने अग्निपथ योजना, केंद्रीय एजेंसियों के कथित दुरुपयोग, महिला आरक्षण, महंगाई जैसे विषय पर चर्चा की मांग की।
बैठक में मौजूद रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने अग्निपथ योजना पर भ्रम फैलाने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि सरकार कई स्तर पर इस योजना से जुड़े सभी पहलुओं पर अपना रुख स्पष्ट कर चुकी है। अगर इस योजना पर संसद में चर्चा हुई तो वह विस्तार से इससे जुड़ी आशंकाओं पर जवाब देंगे।