लखनऊ: लविवि के नवीन परिसर स्थित विधि संकाय की मूट कोट कमेटी द्वारा
आयोजित किए जा रहे केके प्रोफेसर श्रीवास्तव इंटरकॉलेजिएट मूट कोर्ट प्रतियोगिता
के दसवें संस्करण के दूसरे दिन का आयोजन शनिवार को हुआ। इस दौरान प्रिलिमनरी तथा
क्वार्टर फाइनल्स राउंड का आयोजन किया गया, जिसके चलते सुबह
से ही परिसर में आवागमन का दौर आरंभ हो गया। विभागाध्यक्ष व अधिष्ठाता प्रोफेसर
सीपी सिंह ने बताया की प्रतिभागियों में आत्मविश्वास सराहनीय है। उन्होंने बताया
कि प्रतिष्ठित विश्वविद्यालयों तथा महाविद्यालयों से प्रतिभाग कर रहीं 46 टीमों
के बीच 23 कोट रूम्स में प्रिलिमनरी राउंड को संपन्न कराया गया। प्रतिभागियों
ने वादी तथा प्रतिवादी दोनों की भूमिका निभाई। इस दौरान विधिक क्षेत्र में लखनऊ
विश्वविद्यालय के पूर्व तथा वर्तमान शोध छात्र बतौर जज उपस्थित रहे।
प्रिलिमनरी राउंड में श्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाली आठ टीमों का चयन
क्वार्टर फाइनल राउंड के लिए किया गया जिसका आयोजन निर्धारित किए गए चार कोर्ट
रूम्स में कराया गया। इस दौरान विधि संकाय के अध्यापक जज के रूप में उपस्थित रहे।
अध्यापकों ने न केवल प्रतिभागियों के आत्मविश्वास को सराहा बल्कि उनके प्रदर्शन को
देखकर विधि के भविष्य को सुरक्षित ठहराया। मूट कोर्ट कमेटी की शिक्षिका संचालिका
प्रोफेसर विनीता काचर ने बताया कि प्रतियोगिता के दौरान प्रतिभागी वास्तविक कोर्ट
रूम का अनुभव करते हैं जो उनके व्यवहारिक जीवन में अमूल्य योगदान निभाता है।
विद्यार्थी कोर्ट रूम में माने जाने वाले नियमों के साथ-साथ शिष्टाचार से भी
परिचित होते हैं। उन्होंने बताया कि क्वार्टर फाइनल राउंड में श्रेष्ठ प्रदर्शन
करने वाली चार टीमों का चयन सेमी फाइनल राउंड के लिए किया गया है जिसका आयोजन 17
जुलाई
को किया जाएगा।
कार्यक्रम का समापन फाइनल राउंड के साथ किया जाएगा जिसमें सेमी फाइनल
राउंड में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाली दो टीमें विजय होने के लिए प्रतिस्पर्धा
करेंगे। इस मौके पर बतौर मुख्य अतिथि लखनऊ खंडपीठ के न्यायमूर्ति दिनेश
कुमार सिंह तथा विशिष्ट अतिथि के रूप में न्यायमूर्ति शमीम अहमद व न्यायमूर्ति
राजीव सिंह उपस्तिथि रहेंगे तथा प्रतिभागियों को जज करेंगे। प्रतियोगिता में
श्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाली टीमों को एवं श्रेष्ठ वक्ता को सम्मानित किया जाएगा,
साथ ही श्रेष्ठ मेमोरियल ड्राफ्ट करने वाली टीम को भी प्रस्तुत किया।