बरेली: सिटी श्मशान भूमि में शुक्रवार को पुत्री ने अपने पिता को मुखाग्नि देकर समाज को बदलाव का संदेश दिया। बिहारीपुर कहरवान में रहने वाले प्रदीप कुमार सक्सेना की कल गुरुवार शाम ह्रदयघात से अचानक मौत हो गई। घर में पत्नी और एक मात्र पुत्री नन्दिनी थी। प्रदीप का कोई पुत्र नहीं है। ऐसे में बेटी नंदिनी ने मुखाग्नि देने का फैसला किया।
उन्होंने कहा कि बेटा-बेटी एक समान है। मैं ही अपने पिता की बेटा हूँ और बेटी भी हूं। इसलिए मैं ही मुखाग्नि दूंगी। शुक्रवार को 1 बजे नंदिनी ने सिटी शमशान घाट पर मुखाग्नि दी। मानव सेवा क्लब के अध्यक्ष सुरेन्द्र बीनू ने बताया कि प्रदीप कुमा हल्द्वानी की एक मल्टीनेशनल कंपनी में जॉब करते थे ।
वहां से रिटायरमेंट के बाद घर पर रह रहे थे। कुछ दिनों से उनकी तबीयत खराब चल रही थी। कल देर शाम हृदयाघात से उनकी मौत हो गई।सूचना मिलते ही इलाके के लोग देखने के लिए घर पहुंचे।