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Daily Insider Desk
• Fri, 15 Jul 2022 8:14 pm IST


अब पात्र नहीं रहेंगे कन्या सुमंगला योजना से वंचित

पीलीभीत: प्रदेश सरकार ने बालिकाओं के लिए शुरू की गई। मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योजना मुख्यमंत्री की एक महत्वकांक्षी योजना है। जिसकी शुरुआत 1 अप्रैल, 2019 को की गई थी। योजना का उद्देश्य बालिकाओं की शिक्षा को बढ़ावा देना, कन्या भ्रूण हत्या को समाप्त करना, सामान लैंगिक अनुपात स्थापित करना, बाल विवाह की कुप्रथा को रोकना व बालिका के जन्म के प्रति समाज में सकारात्मक सोच विकसित करना है। जिलाधिकारी पुलकित खरे की अध्यक्षता में महिला कल्याण विभाग को जिलाधिकारी कार्यालय में कन्या सुमंगला योजना के आवेदनों की वृद्धि के संबंध में बैठक की गई। बैठक में जिलाधिकारी पुलकित खरे ने श्रेणी-1 व श्रेणी-2 के लिए नामित नोडल मुख्य चिकित्सा अधिकारी आलोक कुमार को निर्देश दिया के 'एमओआईसी' व आशा को निर्देश करें व जन्म लेने वाली बालिकाओं व 1 वर्ष का टीकाकरण पूर्ण कर चुकी बालिकाओं के अधिक से अधिक आवेदन कराएं व प्रत्येक माह जिला स्वास्थ्य समिति की बैठक में पात्र लाभार्थियों की सूची उपलब्ध कराएं।
श्रेणी 3 (कक्षा 1) व श्रेणी 4 (कक्षा 6) के लिए नामित नोडल बेसिक शिक्षा अधिकारी व श्रेणी 5 (कक्षा 9) व श्रेणी 6 (स्नातक प्रथम वर्ष बाद 2 वर्षीय डिप्लोमा) के लिए नामित नोडल जिला विद्यालय निरीक्षक को जिलाधिकारी ने निर्देश दिया कि वे विद्यालयों में अभियान चलाकर नव प्रवेशित बालिकाओं के अधिक से अधिक आवेदन कराएं व विद्यालयों के प्रधानाध्यापकों से 'कोई भी लाभार्थी शेष नहीं' का प्रमाण पत्र ले।
उप जिलाधिकारी व खंड विकास अधिकारियों के द्वारा भौतिक एवं स्थलीय जांच शहरी क्षेत्र के लिए   एडिएम ग्रामीण क्षेत्र के लिए डीसी मनरेगा को जिलाधिकारी महोदय द्वारा निर्देशित किया गया कि संबंधित अधिकारियों को निर्देश करें कि वे स्थलीय जांच 1 सप्ताह के अंदर कराना सुनिश्चित करें। जिला प्रोबेशन अधिकारी प्रगति गुप्ता को निर्देश दिया कि सभी संबंधित विभागों से समन्वय स्थापित करके अधिक से अधिक आवेदन कराएं। बैठक में जिला प्रोबेशन अधिकारी प्रगति गुप्ता ने संबंधित अधिकारियों को कन्या सुमंगला योजना के बारे में अवगत कराया कि लाभार्थी की पारिवारिक वार्षिक आय अधिकतम 3 लाख हो व परिवार में अधिकतम दो ही  बच्चियों को योजना का लाभ मिल सकेगा।
इस योजना में बालिकाओं को 6 श्रेणियों में कुल 15000 रुपए की धनराशि दी जाएगी जिसमें , श्रेणी-1 बालिका के जन्म होने पर 2000 रुपए, श्रेणी-2 बालिका के 1 वर्ष तक के पूर्ण टीकाकरण के उपरांत 1000 रुपए, श्रेणी- 3 कक्षा प्रथम में बालिका के प्रवेश के उपरांत 2000 रुपए, श्रेणी-4 कक्षा 6 में बालिका के प्रवेश के उपरांत 2000 रुपए, श्रेणी-5 कक्षा 9 में बालिका के प्रवेश के उपरांत 3000 रुपए, श्रेणी-6 बालिकाएं जिन्होंने कक्षा बारहवीं उत्तीर्ण करके स्नातक अथवा 2 वर्षीय या अधिक अवधि के डिप्लोमा कोर्स में प्रवेश लिया हो को 5000 रुपए की धनराशि दी जाएगी। बैठक में अपर जिलाधिकारी न्यायिक, मुख्य चिकित्सा अधिकारी आलोक कुमार शर्मा, जिला विद्यालय निरीक्षक गिरजेश कुमार चौधरी, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी अमित कुमार सिंह, जिला प्रोबेशन अधिकारी प्रगति गुप्ता व डीसी मनरेगा उपस्थित थे।