मोदी और योगी सरकार ने मिलकर जलजीवन मिशन के जरिए बुंदेलखंड के लिए किया काम
लखनऊ। बुंदेलखंड में लोगों का जीवन सुव्यवस्थित हो, इसके लिए सबसे पहली आवश्यकता पानी की थी। लोगों के लिए और उनके खेतों के लिए भी। पहली बार अगर किसी सरकार ने बुंदेलखंड के लोगों और यहां के खेतों की प्यास बुझाने के लिए शिद्दत से प्रयास किया तो वह डबल इंजन की मौजूदा सरकार ही है। मोदी और योगी की सरकार ने जलजीवन मिशन के जरिए बुंदेलखंड के लोगों की और अर्जुन सहायक नहर परियोजना, बंडई बांध परियोजना, चिल्ली-मसगांव, कुलपहाड़ स्प्रिंकलर प्रणाली, खेत तालाब योजना के तहत खोदे गए तालाबों से और भविष्य में केन-बेतवा लिंक प्रोजेक्ट के जरिए खेतों के प्यास बुझाने की भी चिंता की। बुंदेलखंड में पानी के प्रचुर प्रबंधन म योगदान देने जा रहा है।
और ऊंची होगी विकास की उड़ान
डबल इंजन सरकार में बुंदेलखंड का विकास एक्सप्रेसवे, डिफेंस कॉरीडोर और सिंचाई-जल परियोजनाओं तक ही ठहरने वाला नहीं है। इस विकास यात्रा को आगे और तीव्रतर करने की तैयारी है। इसके तहत योगी सरकार ने बजट में बुंदेलखंड की विशेष योजनाओं के लिए 500 करोड़ रुपये की व्यवस्था की है। विरासत से समृद्ध यह क्षेत्र सांस्कृतिक पर्यटन का हब भी बनेगा। इसके लिए उत्तर प्रदेश चित्रकूट धाम तीर्थ विकास परिषद के लिए 3.5 करोड़ आवंटित किए गए हैं। गोस्वामी तुलसीदास की जन्मभूमि राजपुर के साथ ही महर्षि बाल्मीकि की तपोस्थली का समग्र विकास भी कराया जा रहा है। पर्यटकों को शानदार सुविधा देने के लिए योगी सरकार चित्रकूट में हवाईअड्डा संचालित करने को तैयार है।