फतेहपुर: सरकारी पैसे की बर्बादी किस तरह हो या अपनी जेब भरी जाए, इसके लिए तरह तरह से ढंग खोजे जाते हैं। कुछ ऐसा ही नजारा स्वास्थ्य विभाग में देखने को मिल रहा है। जी हाँ, तभी तो बिल्डिंग, भवन होने के बाद भी धड़ाधड़ निर्माण कार्य किया जा रहा है। मामले पर ज़ब सीएमओ सुनील भारतीय से जानकारी करने का प्रयास किया गया, तो उनकी बोलती ही बंद हो गई। हालांकि सीडीओ सूरज पटेल ने मामले को दिखवाने की बात जरूर कही।
जनपद के हसवा विकासखंड स्थित कुसुम्भी गांव में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र हैं। पिछले कुछ दिनों से यहाँ पर निर्माण कार्य किया जा रहा है। स्वास्थ्य केंद्र में कार्य करने वाले स्टॉफ से जानकारी करने पर पता चला कि मरीजों को भर्ती कराने के लिए वार्ड बनाया जा रहा है। हालांकि इससे ज्यादा बताने पर उनका मुंह बन गया।
जबकि स्वास्थ्य केंद्र परिसर में पहले से ही कई ऐसे निर्माण हैं, जिनका कोई उपयोग नहीं हो रहा है। यहाँ पर स्वास्थ्य केंद्र प्रभारी के रहने से लेकर अन्य स्टॉफ को रहने के लिए कमरे बनाये गए हैं। लेकिन स्वास्थ्य केंद्र का एक भी स्टॉफ यहाँ नहीं रहता। ऐसे में लाखों रुपये के कई कमरे और फ्लैट धूल फांक रहे हैं। इसकी चिंता किसी भी अधिकारी को नहीं है। वर्षों से इतने कमरे खाली होने के बाद भी यहाँ वार्ड के नाम बिल्डिंग खड़ी हो रही है। जबकि खाली पड़े कमरों को वार्ड के लिए उपयोग में लाया जा सकता है। इसके बाद भी किसी ने भी ऐसा करने की जरूरत नहीं समझी। आखिर निर्माण में कौन उनकी जेब का पैसा लग रहा है।
सीएमओ सुनील भारतीय की निष्क्रियता
फतेहपुर सीएमओ सुनील भारतीय सरकारी धन को बर्बाद करने में आगे रहते हैं। बीते दिनों सरकारी दवाओं के सड़क पर फेंके जाने का मामला चल ही रहा है कि एक और मामले पर उनकी बोलती बंद हो गई। कोई बड़ी बात नहीं है कि उन्हें ऐसे निर्माण की जानकारी हो। हालांकि घटनाक्रम पर सीडीओ सूरज पटेल ने मामले को देखने की बात कही है।