बस्ती: सादगी और समर्पण का उदाहरण प्रस्तुतकर राजनीति में जन नायक बने कर्पूरी ठाकुर को उनके जयन्ती अवसर पर समाजवादी पार्टी कार्यालय पर मंगलवार को याद किया गया। सपा के निवर्तमान जिलाध्यक्ष एवं बस्ती सदर विधायक महेन्द्रनाथ यादव ने कर्पूरी ठाकुर के चित्र पर माल्यार्पण के बाद आयोजित कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुये कहा कि गरीबी की कोख से निकले कर्पूरी ठाकुर को भारत रत्न की उपाधि दिया जाना चाहिये।
उन्होंने कहा कि वे राजनीति में हमेशा अजेय ही रहे, वे कभी चुनाव नहीं हारे, एक बार उपमुख्यमंत्री और दो बार मुख्यमंत्री पद को शोभित हुए। उसके बाद अधिकतर समय उन्होंने विरोधी दल के नेता की ही भूमिका निभाई। कर्पूरी ठाकुर की ईमानदारी को इस बात से समझा जा सकता है कि जब उनका निधन हुआ तो उनके बैंक खाते में पांच सौ रुपए भी नहीं बचे थे वहीं जायदाद के नाम पर केवल एक खपरैल का पुराना मकान था। युवा पीढ़ी को देश के ऐसे समर्पित नेताओं से प्रेरणा लेनी चाहिये। उनका योगदान सदैव याद किया जायेगा।
सपा नेता समीर चौधरी, जावेद पिण्डारी, अरविन्द सोनकर, राजेन्द्र चौधरी, राघवेन्द्र सिंह, राजेन्द्र यादव, राजेन्द्र चौरसिया, मो. सलीम आदि ने कर्पूरी ठाकुर को नमन करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री बनने के बाद उन्होंने अपने बेटे को पत्र लिखकर सलाह दे दी थी कि वो इस बात से बिल्कुल प्रभावित ना हो कि उनके पिता मुख्यमंत्री बन गए हैं। उन्होंने लिखा कि वो किसी के लोभ-लालच में न फंसे। इससे उसके पिता की बदनामी होगी। आज ऐसे ही समर्पित नेताओं की देश को जरूरत है। वे ईमानदारी और निष्ठा की मिसाल थे।