जिगना: सावन की शुरुआत होते ही शिवभक्तों की आस्था उमड़ पड़ी है। पहले श्रमदान, फिर जलपान की भावना के तहत भोलेनाथ के भक्तों ने अमृत सरोवर में फावड़ा चलाकर खुदाई की। पवित्र श्रावण मास के दूसरे दिन बदेवरा नाथ का दर्शन-पूजन व जलाभिषेक के उपरांत भक्तों ने पास ही बन रहे अमृत सरोवर में श्रमदान किया। साथ ही शंकर भगवान को साक्षी मानकर प्राकृतिक जल संचयन के लिए जनांदोलन खड़ा करने का संकल्प लिया। बाबा धाम में जिला पंचायत तथा ग्राम पंचायत की ओर से एक-एक अमृत सरोवर का निर्माण कार्य युद्धस्तर पर कराया जा रहा है। एक ओर जहां कार्यदाई संस्था जिला पंचायत के ठेकेदार पोकलेन मशीन से गहरी करण मे चौबीसों घंटे लगे हुए हैं। वहीं ग्राम पंचायत की ओर से मनरेगा योजना के तहत पंजीकृत मजदूरों को काम पर लगाया गया है। यहां कुल 70 मजदूर खुदाई में लगाए गए हैं। गंगा नदी का पवित्र जल कलश में भरकर भोलेनाथ के दरबार में पहुंचे श्रद्धालुओं ने जलाभिषेक के उपरांत अमृत सरोवर में मनरेगा मजदूरों के साथ श्रमदान किया।