महिलाओं की संस्था समर्पण ने लिया शहर को पॉलीथिन मुक्त करने का संकल्प
शाहजहांपुर। पर्यावरण को लगातार नुकसान पहुंचाने वाली पॉलिथीन पर तभी प्रतिबंध लग सकता है जब प्रशासन के अलावा सामाजिक संस्थाएं व्यापारी,महिलाये और ग्राहक जागरूक हो। पिछले 2 सालों से पॉलीथिन पर प्रतिबंध के बावजूद खुले आम लोग पॉलीथिन का उपयोग कर रहे हैं। 1 जुलाई से प्रतिबंध लगने के बाद भी लोग अभी भी जागरूक नहीं हुए हैं। इसी के चलते शाहजहांपुर की समर्पण संस्था की महिलाओं ने खुद कपड़ों के थैलों को बनाकर सब्जी विक्रेताओं को कम दामों में थैले उपलब्ध कराए हैं ताकि सब्जी खरीदने वाले ग्राहकों को एक बार फिर उन्हें थैले लाने की लत लगाई जा सके। पॉलिथीन से लोगों को ना कहना पड़े। इस मुहिम में शाहजहांपुर का नगर निगम भी सामने आया है जहां नगर निगम के अधिकारियों और कर्मचारियों ने सब्जी विक्रेताओं को जागरूक करने के साथ नगर निगम में बैग बैंक बनाने का ऐलान किया है।
संस्था समर्पण लगातार शहर को स्वच्छ सुंदर और हरा भरा बनाने की मुहिम में वर्षों से काम कर रही है। महिलाओं की संस्था ने एक बार फिर पॉलिथीन को ना कहने की मुहिम चलाई है। समर्पण की महिलाएं पुराने कपड़ों से थैले बनाकर बाजार में सब्जी विक्रेताओं को कम दामों में उपलब्ध करा रही हैं ताकि सब्जी लेने आए ग्राहकों को थैले लाने की आदत लगाई जा सके।
शाहजहांपुर में एक जुलाई से पॉलिथीन का प्रतिबंध लगा दिया गया था। उन सब के बावजूद पॉलिथीन लगातार उपयोग में लाई जा रही है। लोगों की लत छुड़ाने के लिए इन महिलाओं ने पुरानी चादरों से कपड़े से थैले बनाकर सब्जी विक्रेताओं को कम दामों में थैले उपलब्ध कराए हैं। ताकि वह ग्राहकों को कम दामों में थैले देखकर उन्हें पॉलिथीन से छुटकारा दिला सके। इस मुहिम में नगर निगम अधिकारियों के अलावा नगर आयुक्त भी जुट गए हैं, जिसके चलते उन्होंने महिलाओं के इस कार्य की सराहना की है। नगर निगम में बैग बैंक बनाने का ऐलान भी किया है। जिसके जरिए अबग्राहक विक्रेता और व्यापारी कम दामों में इस बैग बैंक से कपड़े के थैले ले सकेंगे।