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Daily Insider Desk
• Wed, 19 Jan 2022 9:31 pm IST

ब्रेकिंग

सरकारी नौकरी के नाम पर लाखों की ठगी

लखनऊ  भारतीय खाद्य निगम और लखनऊ हाईकोर्ट में नियुक्ति कराने का झांसा देकर जालसाजों ने तीन लोगों से 13 लाख रुपये हड़प लिए। पीड़ितों ने हजरतगंज कोतवाली में एफआईआर दर्ज कराई है।

लखीमपुर खीरी निवासी अखिलेश कुमार शुक्ल के मुताबिक वह दोस्तों के साथ कचहरी आए थे। जहां उनकी मुलाकात जानकीपुरम निवासी डॉ. राजेश कुमार और दुर्गाशरण मिश्र निवासी सीतापुर से हुई थी। बातचीत के दौरान अखिलेश ने प्राइवेट नौकरी तलाशने का जिक्र किया था। इस पर आरोपियों ने अखिलेश को बताया कि एफसीआई शहजहांपुर में नियुक्तियां होनी हैं। रुपये खर्च करने पर भर्ती करा दी जाएगी। अखिलेश ने हामी भर दी थी। जिसके बाद उनसे आठ लाख रुपये दो बार में लिए गए थे। राजेश कुमार और दुर्गा शरण के कहने पर अखिलेश ने मेडिकल टेस्ट भी कराया था। जिसके बाद उन्हें शहजहांपुर एफसीआई के नाम से जारी नियुक्ति पत्र दिया गया था। अखिलेश यह पत्र लेकर एफसीआई गोदाम पहुंचे थे। जहां अधिकारियों से मुलाकात होने पर धोखेबाजों के जाल में फंसने का पता चला। उधर दुबग्गा निवासी गौरव गौतम की पहचान प्रयागराज निवासी दीपक गुप्ता से थी। जो हाईकोर्ट में गहरी पैठ होने का दावा करता था। आरोपी ने गौरव और उसके फुफेरे भाई ऋषि रावत को लखनऊ हाईकोर्ट में नियुक्ति दिलाने का भरोसा दिया था। पीड़ित के मुताबिक संविदा के आधार पर भर्ती होनी थी। जिसके लिए गौरव और ऋषि ने ढाई-ढाई लाख रुपये दीपक गुप्ता को दिए थे। लेकिन नौकरी नहीं मिली। रुपये वापस मांगने पर उसे धमकी दी जाने लगी। ठग से रुपये वापस पाने के सारे प्रयास विफल होने के बाद गौरव ने हजरतगंज कोतवाली में धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज कराया है।


खाते से साइबर अपराधियों ने उड़ाये हजारों

पीजीआई कोतवाली क्षेत्र के तेलीबाग में रहने वाले एक युवक के बैंक खाते से साइबर अपराधियों ने हजारों रुपए उड़ा लिये। मोबाइल पर मैसेज आने पर जानकारी के बाद पुलिस को तहरीर दी। आरोप है कि तीन दिन तक पुलिस ने मुकदमा दर्ज नहीं किया।  विनय तिवारी डूडा कालोनी राजीव नगर घोसियाना तेलीबाग लखनऊ में रहते है। विनय तिवारी ने बताया कि उनका का खाता एचडीएफसी बैंक में है। बीती 14 जनवरी को बैंक खाते से 17 हजार रुपए निकलने का मैसेज आया। जानकारी करने पर पता चला कि एलडीए कालोनी आशियाना स्थित एटीएम बूथ से 17 हजार रूपए निकाले गये हैं। जबकि एटीएम कार्ड उनके पास मौजूद था।