बरेली: ग्रामीण अभियंत्रण विभाग में कार्यरत स्टेनो से रिटायरमेंट के बाद मिलने वाली धनराशि के एवज में उसके विभाग के अधिकारियों ने बकाया भुगतान के लिए 80 हजार की रिश्वत मांगी। इसमें 50 हजार अधिशासी अभियंता और 30 हजार बाबू का हिस्सा है। बाबू ने इसकी शिकायत मंडलायुक्त, जिलाधिकारी और विभागीय अधिकारियों से की है। बाबू का रिश्वत मांगने संबंधी वीडियो भी वायरल हो गया है, जिसके बाद विभाग में हड़कंप मच गया है।
आरपी सिंह पटेल स्टेनो के पद पर आरईएस में कार्यरत थे। वह
वर्ष 2018 को रिटायर हुए। तब
से अभी तक इनको पीएफ, पेंशन सहित किसी
तरह के भुगतान का कोई पैसा नहीं मिला। आरपी सिंह पटेल वर्षों से अपने बकाया भुगतान
के लिए दर-दर की ठोकरें खा रहे हैं लेकिन, कहीं से कोई
सुनवाई नहीं हो रही है। उन्होंने बताया कि आरईएस के अधिशासी अभियंता और बाबू बकाया
पीएफ पेंशन देने के बदले उनसे 80 हजार रिश्वत मांग रहे हैं।
मंडलायुक्त ने दिया समस्या के समाधान का आश्वासन
आरपी सिंह पटेल को अंतरिम पेंशन भी नहीं दी जा रही है, जिससे उनकी आर्थिक स्थिति खराब हो गई है। उनका परिवार
भुखमरी के कगार पर है। आरपी सिंह पटेल अपनी कर्मचारी यूनियन के पूर्व प्रांतीय
अध्यक्ष भी हैं। उन्होंने संबंधित अधिकारियों से अधिशासी अभियंता और बाबू की
शिकायत भी की है। उसके बाद मंडलायुक्त सेल्वा कुमारी जे से भी शिकायत की।
मंडलायुक्त ने आश्वासन दिया है कि बाबू को बुलाकर उनकी समस्या का जल्द समाधान
कराया जाएगा।