फतेहपुर: डॉक्टर भीमराव अंबेडकर राजकीय महिला स्नातकोत्तर महाविद्यालय की छात्राओं ने निरक्षर महिलाओं को नाम लिखना सिखाया तो उनके चेहरे खिल उठे। राष्ट्रीय सेवा योजना के सात दिवसीय विशेष शिविर के दौरान छात्राओं ने शिक्षा के महत्व के बारे में बताया। शनिवार को छात्राओं ने गढ़ीवा गांव में साक्षरता रैली निकाली, जो महाविद्यालय से शुरू होकर यहां तक पहुंची थी।
राष्ट्रीय सेवा योजना की टीम के नेतृत्व में गांव गढ़ीवा में वृहद जागरूकता अभियान चलाया। जहां पर निरक्षर महिलाओं को उनका नाम लिखना सिखाया गया। साथ ही युवतियों को आगे भी शिक्षा जारी रखने के लिए प्रेरित किया गया। कुछ ऐसे भी अभिभावक मिले, जो अपनी बेटियों को पढ़ा नहीं रहे हैं। ऐसे में उन्हें सरकारी स्कूलों की सुविधाओं के बारे में जानकारी देते हुए शिक्षा के लिए प्रेरित किया। इसके बाद प्राथमिक विद्यालय के बच्चों को शिक्षा के महत्व को बताकर उनको उत्साहित किया।
देश के विकास का निर्धारण करता है वोट
बौद्धिक सत्र में मतदाता जागरूकता पर शैलेंद्र श्रीवास्तव, मनीष कुमार
तिवारी का महत्वपूर्ण व्याख्यान हुआ। उन्होंने कहा मतदान एकमात्र ऐसा साधन है, जिसमें देश की
जनता स्वयं अपने देश का विकास निर्धारित कर सकती है। बौद्धिक सत्र में महाविद्यालय
की प्राचार्य डॉ. अपर्णा मिश्रा ने कहा कि मतदान हमारा अधिकार है।
मतदान करना हमारा कर्तव्य है। युवा को निश्चित रूप से मतदान करना चाहिए, क्योंकि युवा देश
की नींव होते हैं।
एनएसएस के इस कार्यक्रम में कार्यक्रम अधिकारी डॉ. रेखा
वर्मा, डॉ. चारू मिश्रा, डॉ. चंद्रभूषण, बसंत कुमार मौर्य, डॉ. राजकुमार के
साथ-साथ डॉ. सरिता गुप्ता,
डॉ. शकुंतला, डॉ. लक्ष्मीना
भारती, डॉ. प्रशांत
द्विवेदी, डॉ. उत्तम कुमार शुक्ल, डॉ. अजय, डॉ. ज्योति, अनुष्का छौंकर, डॉ. जिया, विदेह वर्मा सहित
पूरा महाविद्यालय परिवार उपस्थित रहा।