सिद्धार्थनगर: सिद्धार्थनगर मेडिकल कॉलेज में अपने बेटे का ऑपरेशन कराने आई एक महिला ने एक डॉक्टर पर पैसे लेकर ऑपरेशन ना करने का आरोप लगाया है। मामला मीडिया में आने के बाद मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल ने मामले की जांच के आदेश दिए हैं।
जिले के एक गरीब परिवार ने मेडिकल कॉलेज में तैनात ऑर्थोपेडिक सर्जन पर आरोप लगाया है कि सड़क दुर्घटना में घायल अपने 25 वर्षीय बेटे साहिद का इलाज कराने वह मेडिकल कॉलेज आए। यहां पर हड्डी के डॉक्टर ने उनके बेटे का इलाज शुरू किया। परिजनों का कहना है कि डॉक्टर ने उनके बच्चे के इलाज के लिए ऑपरेशन के नाम पर पांच हजार रुपये मांगे। गरीब होने के बावजूद उन लोगों ने उधार लेकर डॉक्टर को पैसे दिए, लेकिन डॉक्टर ने उनके बेटे का एक ऑपरेशन करने के बाद दूसरे ऑपरेशन के लिए और पैसे की मांग शुरू कर दी।
गोरखपुर न रेफर करने की मांग
परिजनों का आरोप है कि डॉक्टर आगे के ऑपरेशन के लिए उनसे
और पैसे की मांग कर रहे हैं। उनका कहना है कि वे अब अपने बेटे का इलाज कराने के
लिए गोरखपुर कैसे जाएं। उनके पास तो अब कुछ भी नहीं बचा। इन लोगों ने सरकार से
गुहार लगाई है कि उनके गरीबी पर तरस खाते हुए उनके जवान बेटे का समुचित इलाज शासन
की मंशा के अनुरूप इसी अस्पताल में किया जाए।
मामले में जांच टीम गठित
वहीं, इस मामले में
मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल सलिल श्रीवास्तव ने कहा कि उनकी जानकारी में है कि इस
मरीज के हड्डी का ऑपरेशन होना था। एक ऑपरेशन हो चुका है और इसका दूसरा ऑपरेशन भी
होना है, लेकिन दूसरा ऑपरेशन यहां फिलहाल संभव नहीं हो
पा रहा है, इसलिए इस मरीज को गोरखपुर रेफर किया जा रहा
है। जहां तक मरीज से अवैध तरीके से पैसे लेने की बात है तो इसके लिए वह जांच टीम
का गठन कर रहे हैं। किसी भी दोषी को बख्शा नहीं जाएगा।