श्रावस्ती: जिले में परिषदीय स्कूलों को खुले करीब एक महीने हो चुके हैं। लेकिन अधिकारियों की लापरवाही के चलते अभी तक बच्चों को किताबें उपलब्ध नहीं करवाई गई हैं। जिसके चलते बच्चों को पुरानी किताबों से ही पढ़ना पड़ रहा है। नई किताबें न मिलने से पढ़ाई पिछड़ रही है।
शिक्षकों ने बताया गया कि शासनादेश के अनुसार जब तक नई किताबें नहीं आती हैं तब तक पुरानी किताबों से ही बच्चों को पढ़ाया जाएगा। अधकारियों की तरफ से कहा गया था कि, जुलाई में नई किताबें स्कूलों में आ जाएंगी। उससे पहले पुरानी किताबों से बच्चों को पढ़ाया जाएगा। लेकिन जुलाई का आधा महीना गुजर जाने के बाद भी स्कूलों में किताबें नहीं पहुंची हैं।