महानिदेशालय पर हुआ धरना प्रदर्शन, राज्य कमर्चारी संयुक्त परिषद ने
किया बड़ा ऐलान
लखनऊ: राजधानी स्थित स्वास्थ्य महानिदेशालय पर गुरुवार को राज्य कर्मचारी
संयुक्त परिषद के बैनर तले बड़ा प्रदर्शन हुआ। परिषद के आवाहन पर प्रदेश भर के
स्वास्थ्य कर्मचारी सुबह से ही एकत्रित होने लगे और हजारों की संख्या में
स्वास्थ्य कर्मचारियों ने महानिदेशालय पर जोरदार प्रदर्शन किया। प्रदर्शन के दौरान
नारेबाजी करते हुए कथित अनियमित स्थानान्तरण निरस्त करने की मांग की गई। धरने की
अध्यक्षता परिषद के प्रदेश अध्यक्ष सुरेश रावत ने की।
मनमाने ढंग से किया गया है स्थानांतरण
परिषद के समर्थन में कर्मचारी शिक्षक संयुक्त मोर्चा के अध्यक्ष वीपी
मिश्रा ने भी धरने को सम्बोधित किया और कर्मचारियों के साथ हो रहे अन्याय पर
आक्रोश व्यक्त करते हुए कहा कि अधिकारी शासन की स्थानान्तरण नीति का पालन नहीं कर
रहे हैं। मनमानी तरीके से मान्यता प्राप्त संघों के अध्यक्ष/मंत्री, दाम्पत्य
नीति, दिव्यांग, दिव्यांग आश्रित दो वर्ष से कम अवधि में सेवानिवृत्त होने वाले
कार्मियों का भी स्थानान्तरण कर दिया गया है। स्थानान्तरण
नीति में इनको स्थानान्तरण से मुक्त रखने के निर्देश है।
परिषद के महामंत्री अतुल मिश्रा ने कहा कि अनियमित स्थानान्तरण की
साक्ष्यों सहित जानकारी उपलब्ध कराने के बावजूद महानिदेशालय द्वारा त्रुटिपूर्ण
स्थानान्तरण निरस्त करने में हीला हवाली की जा रही है। साथ ही जनपदों के
अधिकारियों को स्थानान्तरित कार्मियों को तत्काल कार्यमुक्त करने के निर्देश जारी
किए जा रहे हैं। प्रदेश के कर्मचारी शासन की कर्मचारी विरोधी नीति से अत्यन्त
व्याथित है, परिणामस्वरूप आज कर्मचारियों का सैलाब लखनऊ पहुंचा है।
कार्य बहिष्कार भी करेंगे कर्मचारी
परिषद के पदाधिकारियों ने एकमत से बड़े आन्दोलन की घोषणा करते हुए कहा
है कि स्थानान्तरण निरस्त ना होने पर 21 से 23 जुलाई 2022 तक सभी राज्य कर्मी काला
फीता बांधकर विरोध प्रदर्शन करेंगे। 25 जुलाई को सभी जनपदों में मुख्य चिकित्सा
अधिकारी कार्यालयों पर धरना और 26 से 30 जुलाई तक दो घंटे कार्य बहिष्कार किया
जायेगा।