बरेली: फेफड़ों से संबंधित बीमारियों के लिए लोगों को जागरूक करने के लिए मैक्स हॉस्पिटल के पल्मनोलॉजी विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. प्रशांत सक्सेना ने फेफड़ों से संबंधित बीमारी पर प्रकाश डाला।
डॉ. प्रशांत सक्सेना ने कहा कि फेफड़े हमारे शरीर का
महत्वपूर्ण अंग हैं। इनको सुरक्षित रखना हमारा कर्तव्य है। हम अपनी जीवनशैली और
खानपान में इस प्रकार के कार्य ना करें, जिससे हमारे फेफड़ों को नुकसान पहुंचे। महिलाओं के मुकाबले पुरुषों में फेफड़े
की बीमारी ज्यादा होती है क्योंकि, पुरुष धूम्रपान, धूल-धाकड़ में घूमना, शराब पीना आदि से उनके फेफड़े खराब हो जाते हैं। वायु
प्रदूषण का भी फेफड़ों पर सीधा प्रभाव पड़ता है।
नियमित आयाम करने की दी सलाह
डॉ. प्रशांत ने कहा कि आजकल बदलती जीवनशैली में फेफड़ों के प्रति
लोग काफी लापरवाह होते जा रहे हैं। नियमित आयाम करें। सुबह मॉर्निंग वॉक करें।
धूम्रपान से बचें। धूल-धाकड़ से बचें तो फेफड़े सुरक्षित रह सकते हैं। अगर कोई भी
खांसी सांस संबंधी कोई बीमारी होती है तो तुरंत डॉक्टर को अपना हेल्थ चेकअप
करवाएं। उन्होंने कहा कि वर्तमान समय में टीवी की बीमारी भी काफी तेजी से फैल रही
है। सरकार इसको रोकने के भरसक प्रयास कर रही है और सरकारी दवा के माध्यम से इसको
रोकने का प्रयास किया जा रहा है।
डॉ. प्रशांत सक्सेना ने कहा कि इसमें हर आम आदमी का सहयोग
आवश्यक है कि हम सर्दी, जुकाम होने पर
खांसी होने पर तुरंत अपने फेफड़ों की जांच करवाएं और पेपरों संबंधित बीमारी से
बचें। प्रेस वार्ता के दौरान दिल्ली से आए डॉ. नंदिनी गुलाटी, डॉ. मृगांका
जुनेजा, डॉ. निशांत
सक्सेना, बरेली आईएमए के
अध्यक्ष डॉ. विमल भारद्वाज, डॉ. सुदीप सरन, डॉ. मुरलीधर छाबड़िया, डॉ. सोमेश मेहरोत्रा, डॉ. आदित्य
माहेश्वरी आदि मौजूद रहे।