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Daily Insider Desk
• Tue, 12 Jul 2022 6:16 pm IST


काशी में बनेगा आयुर्वेदिक पंचकर्म केंद्र, आदियोगी भगवान शिव से जोड़ा जायेगा

भारत के आयुर्वेदा का लोहा पूरी दूनिया मानती है ,जिसके तहत उत्तर प्रदेश को नेश्नल आयुष मिशन से जोङकर के आयुर्वेदिक हास्पिटल्स और डिस्पेंसरी का निर्माण किया जायेगा ।साथ ही यूपी के काशी में आयुर्वेदिक पंचकर्म केंद्र का निर्माण भी किया जायेगा ।जिसकी धार्मिक महत्ता बढ़ाने के लिये उसे आदियोगी भग्वान शिव से जोड़ा जायेगा । समाज में इसकी व्यापक स्वीकार्यता बढ़ाई जा सके और आयुर्वेदिक दवाईयों के इस्तेमाल ज्यादा से ज्यादा हो सके इस पर काम किया जायेगा ।वहीं दवाओं के पेटेंट, प्रचार-प्रसार और व्यापक स्वीकार्यता के लिए वैज्ञानिकों व यूनिवर्सिटी के सहयोग से आयुर्वेद के रिसर्च को भी तेजी से आगे बढ़ाया जाएगा ।

 

846.66 करोड़ का नेशनल आयुष मिशन

 

उत्तर प्रदेश में नेशनल आयुष मिशन के अन्तर्गत बनने वाले 250 आयुष-हेल्थ एण्ड वेलनेस सेण्टर, 51 नई डिस्पेन्सरी, जौनपुर में 30 बेड का आयुष हॉस्पिटल, लखनऊ के आयुष हॉस्पिटल के अपग्रेडेशन, मोबिलिटी सपोर्ट जैसे कार्यों को तेजी से पूरा करने के दिशा निर्देश मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्रा ने दिये है । मरीजों तक दवाओं को समय से पहुंचाने की व्यवस्था सुनिश्चित किये जाने का निर्देश दिया गया है । काशी में बनने वाले आयुर्वेदिक पंचकर्म केंद्र को आदियोगी भगवान शिव से जोड़ा जाय। इन प्रयासों से प्रदेश में धार्मिक, ऐतिहासिक टूरिज्म के साथ मेडिकल टूरिज्म को बढ़ावा मिलेगा। भारत के आयुर्वेद चिकित्सा शास्त्र का पूरी दुनिया लोहा मानती है। दवाओं के पेटेंट, प्रचार-प्रसार और व्यापक स्वीकारता के लिए वैज्ञानिकों व यूनिवर्सिटी के सहयोग से आयुर्वेद के रिसर्च को भी तेजी से आगे बढ़ाया जाए।  

 

नवीन सुविधाओं और तकनीक से लैस होंगे हॉस्पिटल

 

आयुष मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा 250 नए योगा वेलनेस सेण्टर स्वीकृत किये गये हैं। 51 नई आयुष डिस्पेन्सरीपाँच 50 बेड के आयुष हॉस्पिटल, पूर्व स्वीकृत आयुष हॉस्पिटल के निर्माण संबन्धित बची राशियों के अनुमोदन, काशी में पंचकर्म सेंटर, जौनपुर में 30 बेड का आयुष हॉस्पिटल का निर्माण किया जाएगा। साथ ही लखनऊ के आयुष हॉस्पिटल के अपग्रेडेशन, इनफ्रास्ट्रक्चर कार्य, होमियोपैथिक मेडिकल कॉलेज व हॉस्पिटल, नए व अप्ग्रेडेड होमियोपैथिक वेलनेस सेण्टर व डिस्पेन्सरी आशा व एएनएम वर्कर्स का शिक्षण-प्रशिक्षण, स्वच्छता एक्शन प्लान, ई-लाइब्रेरी, टेलीमेडिसिन सेंटर, दवाओं के ट्रांसपोर्ट, मरीजों के खानपान, दवाओं की उपलब्धता रहेगी ।