नई दिल्ली: विपक्षी दलों ने उपराष्ट्रपति
पद के लिए राजस्थान की पूर्व राज्यपाल मार्गरेट अल्वा को प्रत्याशी घोषित किया
है। दिल्ली में रविवार को एनसीपी चीफ शरद पवार ने विपक्षी दलों की बैठक के बाद
उनके नाम का ऐलान किया है। 80 वर्षीय अल्वा मूल रूप से कर्नाटक के मैंगलुरु की रहने वाली
हैं। अब उनका मुकाबला एनडीए उम्मीदवार जगदीप धनखड़ से होगा।
बता दें कि मार्गरेट अल्वा पीवी नरसिम्हा राव और राजीव गांधी की सरकार
में कैबिनेट मंत्री रह चुकी हैं। राजीव गांधी की कैबिनेट में वह संसदीय कार्य और
युवा विभाग की मंत्री रही हैं, जबकि नरसिम्हा राव
की सरकार पब्लिक और पेंशन विभाग की मंत्री रही हैं।
चार राज्यों की रह चुकी हैं राज्यपाल
मार्गरेट अल्वा गुजरात, गोवा, राजस्थान और उत्तराखंड की
राज्यपाल रह चुकी हैं। वह उत्तराखंड की पहली महिला राज्यपाल रही हैं और वर्ष 2009 से 2012 तक राज्यपाल के
रूप में काम किया है। इसके अलावा, राजस्थान में वर्ष 2012-2014 तक राज्यपाल रहीं
और इसी दौरान अल्वा को गुजरात और गोवा का प्रभार भी मिला था।
कांग्रेस हाईकमान पर लगाया था टिकट बेचने का आरोप
वर्ष 2008 में विधानसभा चुनाव के दौरान मार्गरेट अल्वा ने कांग्रेस हाईकमान पर टिकट बेचने का आरोप लगाया था, जिसके बाद उन्हें पार्टी ने महासचिव पद से हटा दिया था। उस समय अल्वा महाराष्ट्र, पंजाब-हरियाणा और मिजोरम की प्रभारी थीं। हालांकि, गांधी परिवार से नजदीकी रिश्ते होने के कारण उन्हें उत्तराखंड में राज्यपाल बनाकर भेजा गया था।