फतेहपुर: जिला बदर अपराधी वारदात को अंजाम दे पाता कि उसके पहले ही पुलिस ने उसे दबोच लिया। तलाशी के दौरान उसके पास से तमंचा और कारतूस भी बरामद हुआ। पुलिस ने उसे गिरफ्तार करते हुए जेल भेज दिया है। यह सफलता असोथर थानाध्यक्ष प्रमोद कुमार मौर्या को मिली। मामले पर उन्होंने विस्तार से जानकारी दी।
फतेहपुर जिले के असोथर थाना क्षेत्र में अपराधियों को पकड़ने का खास अभियान शुरू हुआ है। ऐसे में पुलिस अपराधियों के पीछे हाथ धो कर पड़ गई है और उनकी खैर नहीं है। इसी क्रम में थाना क्षेत्र के कंधिया गांव के जिला बदर अपराधी की सूचना मिली। जानकारी के अनुसार कंधिया गांव का रहने वाला जिलाबदर अपराधी रावेन्द्र सिंह उर्फ़ मोनू सिंह किसी वारदात को अंजाम देने की योजना बना रहा है। बस फिर क्या था, सूचना के अनुसार थानाध्यक्ष प्रमोद कुमार मौर्या अपनी टीम उप निरीक्षक शशिभान सिंह, रमेश कुमार मौर्या और आरक्षी सुमित यादव, प्रवीण कुमार के साथ बेसड़ी मोड़ के पास जा पहुंचे। यहाँ पर उन्हें दो युवक दिखाई दिए, जिसमें एक युवक पुलिस को देखते ही भागने लगा। पुलिस ने उसे 100 मीटर की दूरी पर घेर कर धर दबोचा। थानाध्यक्ष प्रमोद मौर्या के निर्देशन पर आरक्षी सुमित और प्रवीण ने उसकी तलाशी ली तो उसके पास तमंचा-कारतूस बरामद हुआ। पुलिस ने जिला बदर अपराधी को गिरफ्तार करते हुए उसके खिलाफ मुकदमा दर्ज कर जेल भेज दिया।
इन मामलों में दर्ज हैं मुकदमे
जिलाबदर अपराधी रावेन्द्र सिंह के खिलाफ असोथर थाने में कई मुकदमे दर्ज हैं उसके खिलाफ पहला मामला आबकारी एक्ट के तहत 2020 में दर्ज हुआ था। इसके बाद इसी वर्ष एनडीपीएस, मारपीट, धमकी और आबकारी एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज हुआ। 2021 में मारपीट और धमकाने का मुकदमा पंजीकृत हुआ। 2022 में रावेन्द्र सिंह के खिलाफ गुंडा एक्ट की कार्रवाई हुई। तो वहीं अब उसके खिलाफ एकबार फिर गुंडागर्दी और अवैध तमंचा-कारतूस रखने का केस दर्ज हुआ है।