बरेली: आईएमए सभागार में रविवार को सांस से संबंधित
बीमारियों पर एक चिकित्सकीय संगोष्ठी का आयोजन किया गया। यह पूरे दिन की संगोष्ठी
थी, जिसमें मैक्स हॉस्पिटल साकेत, दिल्ली के
पल्मोनोलॉजी विभाग से आए हुए विशेषज्ञ डॉ. प्रशांत सक्सेना, डॉ. नंदिनी
गुलाटी और डॉ. मृगांका जुनेजा ने अपने-अपने विचार इंटरैक्टिव केसों के माध्यम से
व्यक्त किए और सांस से संबंधित बीमारियों के इलाज के क्षेत्र में नवीनतम जानकारी
से श्रोता चिकित्सकों को अवगत करवाया।
डॉ. प्रशांत सक्सेना ने कहा कि आज कल टीबी, अस्थमा, कैंसर के मरीज
बहुत बढ़ रहे हैं। लोगों को
स्मोकिंग की आदत छोड़नी चाहिए। साथ ही मेट्रो
सिटीज में एयर पॉल्यूशन एक बड़ी समस्या है, जिसके कारण इन बीमारियों में इजाफा हो रहा है। वहीं, डॉ. नंदिनी
गुलाटी ने बताया कि लोगों को सुबह जरूर टहलना चाहिए। डॉ. मृगांका जुनेजा
ने कहा कि यदि किसी को काफी दिन से बुखार खांसी है तो डॉक्टर से चेकअप अवश्य
करवाएं।
भीड़भाड़ वाले इलाकों में मास्क पहनने की सलाह
आईएमए बरेली अध्यक्ष डॉ. विमल कुमार भारद्धाज ने बताया कि
पोस्ट कोविड कई मरीजों जिनको बुखार या निमोनिया होती है तो फाइब्रोसिस के कारण उनमें
रिकवरी में दिक्कत होती है, इसलिए बदलते
मौसम में यदि आपको सांस की दिक्कत है या थकावट है तो डॉक्टर से सलाह लें और अत्यंत
सावधानी रखें। उन्होंने बताया कि सभी को बूस्टर डोज अवश्य लगवानी चाहिए और भीड़भाड़ वाली
जगह पर मास्क अवश्य पहने।
इसके अलावा डॉ. सुदीप सरन ने बताया कि योग जीवन का अभिन्न हिस्सा होना चाहिए। गोष्ठी में डॉ. मुरली छाबड़िया, डॉ. आदित्य माहेश्वरी, डॉ. सोमेश महरोत्रा, डॉ. अनीस बेग, डॉ. पीके बॉस, डॉ. दिनेश पुरी, डॉ. रवीश अग्रवाल, डॉ. सतेंद्र सिंह और
डॉ. आरके भाष्कर सहित
125 चिकित्सकों ने
हिस्सा लिया।