लखनऊ: उत्तर प्रदेश राज्य
कर्मचारी महासंघ के अध्यक्ष नरेंद्र सिंह ने 25 जुलाई को कैंडल मार्च निकालने का
फैसला लिया है। उन्होंने कहा ये कैंडल मार्च सोई हुई सरकार को जगाने के लिए निकाला
जाएगा। जिसने कोरोना काल में बंद हुए डीए को अभी बहाल नहीं किया है।
नरेंद्र सिंह ने कहा इस
कैंडल मार्च में लखनऊ के सभी कर्मचारी महासंघ और संगठनों के पदाधिकारी शामिल
होंगे। उन्होंने ये भी कहा कि सभी कर्माचारियों की योगी सरकार से केवल एक ही मांग है
कि डीए को जल्द लागू किया जाए। जिसके लिए एक सूत्री मांग पत्र भी तैयार किया गया
है। यदि डीए जल्द लागू नहीं किया गया तो राज्य कर्मचारी महासंघ इसके खिलाफ आवाज
उठाएगा।
बता दें, डीए को लागू
करने की मांग प्रदेश के सभी कर्मचारी संगठन कर रहे हैं। जनवरी का महंगाई
भत्ता जुलाई तक नहीं मिलने से कर्मचारी संगठन नाराज हैं। प्रदेश में कार्यरत और
रिटायर्ड कर्मचारी करीब 28 लाख हैं, जिनको अभी तक महंगाई भत्ता नहीं मिला है।
दरअसल, केंद्र सरकार द्वारा डीए में बढ़ोतरी करने के बाद राज्य
सरकार भी इसे बढ़ा देती है। लेकिन केंद्र सरकार द्वारा जुलाई का भत्ता देने की
तैयारी हो चुकी है। जबकि राज्य सरकार इसके बारे में अभी सांस भी नहीं ले रही है।
उत्तर प्रदेश में करीब 16 लाख कार्यरत कर्मचारी हैं और 12
लाख पेंशनर्स हैं। जिनको सबकुछ जोड़कर केवल 34% डीए ही दिया जा रहा है। केंद्र
सरकार ने जनवरी का महंगाई भत्ता देने के बाद अब जुलाई की तैयारी कर ली है। राज्य
सरकार इस विषय पर ध्यान नहीं दे रही है, जिसको लेकर कर्मचारी संगठनों में आक्रोश
है।