सावन के पहले दिन गानों से बारिश का आह्वान
बरेली: गर्मी से निजात दिलाने के लिए एसआरएमएस रिद्धिमा में बारिश बुलाने के लिए “मेघ मल्हार” की महफिल सजी। सावन के पहले दिन बारिश के गानों से बारिश का आह्वान किया गया। रिद्धिमा के गुरुओं और शिष्यों ने अपनी प्रतिभा के प्रदर्शन से मंच पर वर्षा ऋतु का मौहाल बनाया। दर्शक भी बारिश के गानों पर भीगते रहे। कार्यक्रम “मेघ मल्हार” का आरंभ सरस्वती वंदना से हुआ। जिसे शिवांगी मिश्रा और आयुषि मजूमदार ने स्वर दिए। इस पर विद्यार्थियों ने कथक के जरिये मां सरस्वती की आराधना की। राजश्री चटर्जी ने शिवांगी मिश्रा के स्वरों से सजे सजे गाने “इठलाती बलखाती चमकत है दमनिया” को कथक से प्रदर्शित किया।
भरतनाट्यम गुरु अंबाली प्रहराज ने अपने शिष्यों के साथ “गरजे गरजे” पर नृत्य कर बारिश का आह्वान किया। मीरा के भजन “बरसे बदरिया सावन की” को भी शिवांगी मिश्रा ने आवाज दी। देवाज्योति नस्कर ने इसे कथक से प्रस्तुत किया। कथक के विद्यार्थियों ने फिर मंच संभाला और “बरखा ऋतु आई” को कथक से प्रदर्शित कर मंच पर बारिश का माहौल बना दिया। अंबाली प्रहराज ने “बिजुरिया चमके बरसे मेघा” केर जरिये बारिश के माहौल को बरसात में बदला।
आयुषि मजूमदार ने “गजरे गजरे आयो कारे बदरा” को गाकर श्रोताओं पर बारिश की। इस पर देवाज्योति नक्सर और रियाश्री चटर्जी ने कथक से भाव प्रदर्शित किए। कार्यक्रम में तबले पर सावन कुमार केवट, वायलिन पर सूर्यकांत चौधरी, सितार पर कुंवर पाल, सारंगी पर उमेश मिश्रा, की बोर्ड पर आशीष सिंह, मंजीरा और हारमोनियम पर जनार्दन भारद्वाज संगत दी। इस मौके पर एसआरएमएस ट्रस्ट के चेयरमैन देव मूर्ति, आशा मूर्ति, आदित्य मूर्ति, सुभाष मेहरा, डा. एसबी गुप्ता, डा. प्रभाकर गुप्ता, डा. अनुज कुमार, आशीष कुमार सहित शहर के गण्यमान्य लोग मौजूद रहे।