गुरु पूर्णिमा पर शिक्षक संघ के प्रदेश संयोजक बोले- शिक्षकों की समस्या का भी लें संज्ञान
लखनऊ। अपने भविष्य की चिंता में डूबा शिक्षक देश का भविष्य सुधारने में लगा है। भविष्य की चिंता से यदि अध्यापक मुक्त हो जाएं तो अपने कार्ये का और बेहतर ढंग से निर्वहन कर पाएंगे। गुरु पूर्णिमा पर शिक्षक संघ के प्रदेश संयोजक पंकज कुमार यादव ने यह बातें कहीं। उन्होंने कहा कि शिक्षकों की समस्या का भी सरकार संज्ञान ले तो उनके काम में और निखार आएगा।
उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश के बेसिक शिक्षा मंे कार्यरत शिक्षकों ने सदा अपनी जिम्मेदारियों का सफलतापूर्वक निर्वहन किया। जब शिक्षकों की शक्ति और सामर्थ्य की जरूरत पड़ी तब उन्होंने पूरा योगदान किया। कोरोना काल में जो भी काम सरकार ने दिया, उसका जान पर खेलकर सफलतापूर्वक निर्वहन किया। परंतु जब शिक्षकों के हितों की बात आती है। उनके भविष्य की बात आती है तो विभाग और सरकार हमारी मांगों को अनदेखा कर देती है। 2005 के बाद बंद हुई पुरानी पेंशन के लिए प्रदेश का समस्त शिक्षक वर्षों से आंदोलित हैं। परंतु अभी तक सरकार ने इस विषय पर कोई संज्ञान नहीं लिया। इसके साथ ही राजकीय कर्मचारियों को कैसलेस चिकित्सा सुविधा देने की घोषणा हुई परंतु बेसिक शिक्षकों को इसके लाभ के लिए अभी तक कोई आदेश जारी नहीं हुआ। शिक्षकों के प्रमोशन का 17140,18150 वेतन अभी तक प्राप्त नहीं हुआ। जिले के अंदर के लिए वर्षों से परेशान हैं। उस पर भी अब तक सरकार ने कोई काम नहीं किया। जुलाई माह चल रहा है और अभी तक परिषदीय विद्यालयों में बच्चों को पुस्तकें प्राप्त नहीं हो सकीं। इन सब समस्याओं को सरकार को संज्ञान में लेना चाहिए और इसका निस्तारण कराया जाना चाहिए। जिससे शिक्षक भविष्य की चिंता छोड़कर मन लगाकर अपने कार्यों को संपादित करें और बच्चों को अच्छी शिक्षा दें।
इसके साथ ही प्रदेश संयोजक ने सभी बेसिक शिक्षकों से अपील है कि डेली इनसाइडर न्यूज़ ऐप के पेड़ लगाओ अभियान से जुड़ें और अधिक से अधिक पेड़ लगाकर पर्यावरण की सुरक्षा करें।