19 जिले ऐसे हैं यहां अब तक सामान्य से 40% से 60% तक वर्षा
लखनऊ। दक्षिणी पश्चिमी मानसून के प्रभाव से इस वर्ष 13 जुलाई तक मात्र 76.6 मिलीमीटर वर्षा हुई है। जो कि सामान्य वर्षा 199.7 मिलीमीटर से लगभग 62% कम है। इस बीच एकमात्र आगरा ऐसा जिला रहा जहां सामान्य वर्षा हुई। ललितपुर, फिरोजाबाद, वाराणसी और हापुड़ में सामान्य (80% से 120%) और खीरी, देवरिया, एटा और बिजनौर में सामान्य से कम (60%-80%) वर्षा हुई है। 19 जिले ऐसे हैं यहां अब तक सामान्य से 40% से 60% तक ही वर्षा दर्ज की गई है। किसानों/फसलों की स्थिति को देखते हुए हमें सभी परिस्थितियों के लिए तैयार रहना होगा।
उत्तर प्रदेश में आमतौर पर 15 जून तक बरसात का मौसम प्रारंभ हो जाता रहा है, जो कि 15 सितंबर तक जारी रहता है। खेती-किसानी की समृद्धि के लिए यह प्राकृतिक वर्षा अमृत है। इस बार मॉनसून में देरी है। हालांकि प्राकृतिक वर्षा जल से सिंचाई के साथ-साथ सरकार द्वारा नहरों, नलकूपों के विस्तार से सिंचाई सुविधा को बेहतर बनाया गया है।
अल्प वर्षा के कारण खरीफ फसलों की बोआई का कार्य प्रभावित हुआ है। खरीफ अभियान 2022-23 के अंतर्गत 13 जुलाई की अद्यतन स्थिति के अनुसार प्रदेश में 96.03 लाख हेक्टेयर के लक्ष्य के सापेक्ष 42.41 लाख हेक्टेयर की बोआई हो सकी है, जो कि लक्ष्य का मात्र 44.16% ही है। इसमें 45% हिस्सा अकेले धान की बोआई का है। गत वर्ष इसी तिथि तक 53.46 लाख हेक्टेयर भूमि पर बोआई हो चुकी थी।