लखनऊ: बीते माह उदयपुर में आयोजित हुए नव संकल्प चिंतन शिविर में यह घोषणा
की गई थी कि कांग्रेस भारत जोड़ो यात्रा की शुरुआत करेगी। पहले यह तय हुआ था कि दो
अक्टूबर यानी गांधी जयंती से इसकी शुरुआत होगी और इस यात्रा के तहत शहीदों को
श्रद्धांजली भी अर्पित की जाएगी। कन्याकुमारी से कश्मीर तक भारतीय राष्ट्रीय
कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा प्रस्तावित है और अब इसको लेकर तैयारियां ज़ोरों पर
हैं। बीते दिन प्रदेश कांग्रेस समितियों (पीसीसीज) और फ्रंटल संगठनों के सभी
अध्यक्षों ने अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के पदाधिकारियों के साथ बैठक की थी।
सूत्रों की मानें तो कांग्रेस पार्टी भारत जोड़ो यात्रा को निर्धारित तिथि से पहले
शुरू करने की संभावनाओं पर विचार कर रही है। पार्टी से जुड़े सूत्रों का कहना है कि
मोदी सरकार तथा भाजपा द्वारा लोकतंत्र, देश के संविधान, राष्ट्र की
संस्थाओं और समाज के सामाजिक ताने-बाने पर बार-बार और उग्र रुप हमले कर रही है।
क्या रहेगा भारत जोड़ों यात्रा का रूट
यूपी कांग्रेस के मीडिया विभाग के चेयरमैन नसीमद्दीन सिद्दीकी द्वारा
दी गई जानकारी के मुताबिक, भारत जोड़ो यात्रा 12 राज्यों और दो
केंद्र शासित प्रदेशों से होते हुए करीबन 3500 किलोमीटर की दूरी तय करेगी। यह दूरी
पदयात्रा के रुप में तय की जाएगी। इस पदयात्रा में कांग्रेस पार्टी का पूरा
नेतृत्व और कार्यकर्ता प्रतिभाग करेंगे। देश के कोने-कोने से कई अन्य यात्राएं इस
पदयात्रा में शामिल होंगी।
नसीमुद्दीन सिद्दीकी की मानें तो स्वतंत्रता के 75 वर्षों के बाद,
इस
यात्रा के माध्यम से कांग्रेस उन सभी को श्रद्धांजलि अर्पित करेगी जिन्होंने
अंग्रेजों के विरुद्ध भारत की आजादी के लिए लड़ाई लड़ी और जिन्होंने फूट डालो-राज
करो की राजनीति को पराजित किया, विभाजन के गहरे घावों पर मरहम लगाया
तथा जो देश को इसका महान संविधान देने के लिए एक साथ आए और भारत को प्रगति,
समृद्धि
और सद्भाव के पथ पर आगे बढ़ाया।
राष्ट्रव्यापी आंदोलन है भारत जोड़ो यात्रा
कांग्रेस नेता नसीमुद्दीन सिद्दीकी ने बताया है कि आज नफरत की
राजनीति का अनुपालन उन लोगों के द्वारा किया जा रहा है जिन्होंने कभी भी देश के
स्वतंत्रता आंदोलन में भाग नहीं लिया और जिनकी विचारधारा के परिणाम स्वरुप
राष्ट्रपिता की हत्या हुई। इन परिस्थितियों में भारत जोड़ो यात्रा उन सभी भारतीयों
को एकसूत्र में बांधने का एक राष्ट्रव्यापी आंदोलन है।
क्या है भारत जोड़ो यात्रा का मकसद
कांग्रेस नेता ने बताया है कि हम पूरे देश को एक साथ लेकर चलेंगे और
राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के विचारों को भी जन-जन तक पहुंचाने का काम करेंगे। हम
उनको साथ लेंगे जो नफरत, कट्टरवाद और ध्रुवीकरण की राजनीति से
लड़ने के प्रति समर्पित हैं। जो ये मानते हैं कि सरकार का ध्यान विभाजनकारी राजनीति
की अपेक्षा करोड़ों युवाओं को उत्पादक रोजगार प्रदान करने, हमारे करोड़ों
परिवारों को आवश्यक वस्तुओं में हो रही असहनीय मूल्य वृद्धि से निजात दिलाने,
किसान
और खेत मजदूर का कल्याण और सुख-सुविधा सुनिश्चित करने तथा करोड़ों आदिवासियों,
दलितों
एवं समाज के अन्य कमजोर वर्गों की आजीविका और सम्मान की रक्षा के लिए हमारे जल
जंगल और जमीन की रक्षा करना होना चाहिए।