नई दिल्ली: कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने मंगलवार को पार्टी के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह के बयान से पल्ला झाड़ लिया है। उन्होंने कहा कि हमने सेना के शौर्य पर कभी सवाल नहीं उठाया है। अगर सेना कुछ करती है तो उस पर सबूत देने की जरूरत नहीं। ये दिग्विजयजी का निजी मत है। उनके इस बयान से मैं सहमत नहीं हूं।
राहुल गांधी ने कही ये बात
राहुल गांधी ने कहा कि हम जब अंग्रेजों से लड़ रहे थे, तब बीजेपी-संघ के लोग उनके साथ थे। उन्हीं के नेताओं ने दो देशों का कॉन्सेप्ट दिया। जहां तक दिग्विजय जी के बयान की बात है तो जो उन्होंने सर्जिकल स्ट्राइक पर कहा, हम उससे पूरी तरह असहमत हैं। हमें हमारी आर्मी पर पूरा भरोसा है। अगर आर्मी कुछ करे तो सबूत देने की जरूरत नहीं है। दिग्विजय जी के बयान से मैं पूरी तरह असहमत हूं। मेरा निजी तौर पर यह मानना है कि दिग्विजयजी ने जो कुछ भी कहा, वह उनकी निजी राय है। इससे कांग्रेस पार्टी भी सहमत नहीं है।
जो दिग्विजय सिंह जी ने कहा है, मैं उससे बिल्कुल सहमत नहीं हूं।
हमारी आर्मी पर हमारा पूरा विश्वास है। अगर आर्मी कुछ करे तो सबूत देने की कोई जरूरत नहीं है।
यह दिग्विजय सिंह जी का व्यक्तिगत मत है। यह कांग्रेस का मत नहीं है।
: @RahulGandhi Ji pic.twitter.com/4Qnpn7pPKt
— Congress (@INCIndia) January 24, 2023
गौरतलब है कि बीते सोमवार को दिग्विजय सिंह ने ‘भारत जोड़ो यात्रा’ के दौरान ही कहा
था कि केंद्र सरकार ने कभी सर्जिकल स्ट्राइक का सबूत नहीं दिया। इस मामले में विवाद
बढ़ा तो उन्होंने सफाई भी दी थी कि हम भारतीय सेना का सम्मान करते हैं और वह
हमारे लिए सबसे ऊपर है।
सीएम शिवराज सिंह चौहान ने साधा था निशाना
दिग्विजय सिंह के इस बयान पर मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने निशाना साधा था। उन्होंने कहा कि दिग्विजय के शासन में मध्य प्रदेश सिमी का गढ़ था। ये कैसी भारत जोड़ो यात्रा है, जिसमें टुकड़े-टुकड़े गैंग चल रहा है। राहुल कह रहे हैं कि सेना कमजोर हो गई है। कांग्रेस के डीएनए में ही पाकिस्तान परस्ती है। कभी सर्जिकल स्ट्राइक के सबूत मांगते हैं तो कभी भगवान राम पर सवाल उठाते हैं।