राष्ट्रपति चुनाव में आदिवासी कार्ड खेलने वाली बीजेपी उपराष्ट्रपति चुनाव पर अपने पत्ते खोल सकती है। वहीं आज उपराष्ट्रपति पद के लिए उम्मीदवारों के नामों पर मंथन के लिए पार्टी मुख्यालय में संसदीय बोर्ड की बैठक बुलाई गई है।
चर्चा है कि इस चुनाव में भाजपा अगड़े वर्ग के किसी चेहरे पर भी दांव लगा सकती है। जाहिर है उपराष्ट्रपति चुनाव में अपने उम्मीदवार को जिताने के लिए भाजपा की अगुवाई वाले राजग के पास संख्याबल की कमी नहीं है। और तो और राष्ट्रपति चुनाव की तरह उपराष्ट्रपति चुनाव में भी भाजपा को कुछ गैर कांग्रेसी विपक्षी दलों, जैसे बीजेडी और वाईएसआर कांग्रेस का समर्थन मिलने का भरोसा है।
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, संसदीय बोर्ड की बैठक के बाद पार्टी उम्मीदवार के नाम की घोषणा हो सकती है। संसदीय बोर्ड की बैठक से पहले या उसी दौरान सहयोगियों को भी इस फैसले की जानकारी दे दी जाएगी।
हालांकि, उपराष्ट्रपति पद के लिए संभावित उम्मीदवार को लेकर कई नामों की चर्चाएं चल रही है। हाल ही में अल्पसंख्यक कल्याण मंत्रालय से इस्तीफा देने वाले मुख्तार अब्बास नकवी, केरल के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान और पश्चिम बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ के नाम की भी चर्चा है।