लखनऊ: वीरों की धरती बुन्देलखण्ड के अंतर्गत आने वाले 07 जनपदों के गौरवशाली अतीत एवं विशेषताओं की जानकारी जनमानस तथा युवाओं को देने के लिए शुरू की गयी बुन्देलखण्ड महोत्सव की यात्रा आज आल्हा ऊदल की धरती महोबा पहुंच चुकी है।
जनपद महोबा में 09-10 फरवरी के दौरान विभिन्न रंगारंग गतिविधियॉ आयोजित की जायेगी। आगन्तुकों को महोबा के गौरवशाली इतिहास एवं आल्हा ऊदल की वीरगाथा के संस्मरणों से अवगत कराया जायेगा। इसके अलावा सांस्कृतिक कार्यक्रमों का भी आयोजन किया जायेगा।
यह जानकारी आज यहां प्रदेश के पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह ने दी। उन्होंने बताया कि बुन्देलखण्ड स्वतंत्रता संग्राम में महत्वपूर्ण योगदान रहा है। इसके अलावा आल्हा ऊदल के शौर्य एवं पराक्रम की वीरगाथा यहां के जन-जन में रची बसी है।
आल्हा ऊदल की जीवनी तथा उनके द्वारा लड़ी गयी विभिन्न लड़ाईयों का वर्णन लोक कलाकारों द्वारा उ0प्र0 तथा मध्य प्रदेश में आज भी प्रस्तुत किया जाता है। नई पीढ़ी इससे रोमांच का अनुभव करती है। आल्हा ऊदल की विरासत आज भी लोक आस्था एवं लोकजीवन में जीवित है।
मनीषा यादव द्वारा राई लोक नृत्य की प्रस्तुति
जयवीर सिंह ने बताया कि वहीं शाम को आगंतुकों के मनोरंजन के लिए डाक बंग्ला ग्राउंड में सांस्कृतिक कार्यक्रम के साथ महोबा के स्थानीय कलाकार नवल किशोर के द्वारा बधाई लोकनृत्य व मनीषा यादव द्वारा राई लोक नृत्य की प्रस्तुति दी जाएगी। वहीं आल्हा सम्राट रामरथ पांडे अपने आल्हा गायन से लोगों में जोश भरेंगे और बॉलीवुड गायिका ऐश्वर्या पंडित अपने गीतों से समा बांधेंगी। इस महोत्सव में आगन्तुकों के लिए अपने अतीत से जुड़ने के लिए विभिन्न गतिविधियों का भी आयोजन किया जायेगा।