लखनऊ: चढ़ती गर्मी के अहसास के बीच मौसम विभाग ने मानसून का पूर्वानुमान जारी कर सुखद संकेत दिया है। मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि इस साल मानसून में सामान्य से अधिक बरसात की उम्मीद है। यह मानसून आधारित कृषि वाले देश के लिए एक सुखद खबर है।
आंचलिक मौसम विज्ञान केंद्र ने कहा कि दक्षिण-पश्चिम मानसून ऋतु जनवरी से सितंबर तक मानी जाती है। लानीना, हिंद महासागर के पास की परिस्थितियां, उत्तरी गोलार्ध में सामान्य से कम बर्फ का आवरण दक्षिण-पश्चिम मानसून ऋतु के लिए अनुकूल होगा।
प्रदेश में 17 फीसदी और लखनऊ में 6 फीसदी कम हुई थी बरसात
प्रदेश में वर्ष 2023 में 619.3 मिमी बरसात हुई थी जबकि सामान्य औसत 746.2 मिमी था। वहीं, लखनऊ में बरसात के औसत 683 की तुलना में 639 मिमी बारिश रिकॉर्ड हुई थी। इस तरह प्रदेश में 17 फीसदी और लखनऊ में छह फीसदी कम बरसात हुई थी। वहीं, पूर्वी यूपी की तुलना में पश्चिमी इलाके में ज्यादा बारिश हुई थी। पश्चिम में 672 मिमी और पूरब में 566.8 मिमी बरसात हुई थी। वर्ष 2023 में बिजनौर में सर्वाधिक 1,270 मिमी बरसात हुई थी, जबकि यहां औसत 904.40 था। दूसरे नंबर पर बाराबंकी था, जहां 1,260 मिमी बरसात हुई थी, यहां पर औसत 672.3 मिमी था।
दो दिन मौसम शुष्क, फिर होगी बरसात
मौसम विभाग ने मंगलवार और बुधवार को मौसम शुष्क रहने के आसार जताए हैं। जबकि 18 अप्रैल से फिर मौसम बदलने के आसार हैं। मौसम विभाग ने धूल भरी तेज हवाएं, बारिश और बिजली गिरने की चेतावनी जारी की है।