स्पोर्ट्स डेस्क: इंटरनेशनल क्रिकेट बोर्ड (आईसीसी) का चार दिवसीय वार्षिक सम्मेलन शुक्रवार से कोलंबो में होना है। इस दौरान कई अहम विषयों पर चर्चा होनी है, लेकिन एक बात ऐसी है जिस पर सभी की निगाहें चल रही हैं। भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) सचिव जय शाह को लेकर इस बैठक में गंभीर चर्चा हो सकती है।
इस बात की चर्चा तेज है कि जय शाह न्यूजीलैंड के ग्रेग बार्कले के बाद क्रिकेट की वैश्विक संस्था का अध्यक्ष पद संभाल सकते हैं। चीजों की जानकारी रखने वाले आईसीसी के एक सूत्र ने कहा कि आईसीसी में सभी की मुख्य रूप से दिलचस्पी इसमें है कि शाह वैश्विक संस्था की बागडोर कब संभालेंगे। माना जा रहा है कि अगर बार्कले का मौजूदा कार्यकाल तीन साल का होता है तो शाह बीसीसीआई सचिव के रूप में छह साल पूरे कर सकते हैं और फिर 2025 में तीन साल के लिए आईसीसी चेयरमैन बन सकते हैं, जबकि उस दौरान बीसीसीआई में उनका ब्रेक शुरू होगा। फिर 2028 में वह बीसीसीआई में वापसी करके बोर्ड अध्यक्ष बन सकते हैं।
2025 में शुरू होगा कूलिंग ऑफ पीरियड
आईसीसी सूत्र ने कहा कि यह कैसे के बारे में नहीं है, बल्कि कब के बारे में है क्योंकि बीसीसीआई सचिव के रूप में उनके पास अब भी एक साल बचा है, जिसके बाद संविधान के अनुसार भारतीय बोर्ड में उनका ब्रेक (कूलिंग ऑफ पीरियड) 2025 में शुरू होगा। हालांकि, अगर उन्हें 2025 में पदभार संभालना है तो बार्कले दिसंबर 2024 से दिसंबर 2026 तक दो साल का अपना तीसरा कार्यकाल पूरा नहीं कर पाएंगे। एक विचारधारा यह है कि क्या होगा यदि आईसीसी की अध्यक्षत का कार्यकाल दो-दो साल के तीन कार्यकाल से बदलकर तीन-तीन साल के दो कार्यकाल हो जाए, तो कुल कार्यकाल छह साल ही रहेगा।
चैंपियंस ट्रॉफी को लेकर चर्चा संभव
शुक्रवार को बोर्ड की बैठक के साथ शुरू होने वाले आईसीसी सम्मेलन में वैश्विक संस्था द्वारा अमेरिका में टी20 विश्व कप मैचों की मेजबानी में दो करोड़ अमेरिकी डॉलर से अधिक के नुकसान पर चर्चा होने की उम्मीद है। हालांकि वार्षिक आम बैठक (एजीएम) के नौ सूत्रीय एजेंडे में टूर्नामेंट का वित्तीय विवरण शामिल नहीं है, लेकिन बोर्ड द्वारा ‘कार्यक्रम के बाद की रिपोर्ट’ के रूप में इस पर चर्चा की जाएगी जो एक मानक संचालन प्रक्रिया है।
आईसीसी की सदस्यता, एसोसिएट सदस्यों की बैठक की रिपोर्ट और आईसीसी विकास पुरस्कार प्रस्तुति पर चर्चा के साथ-साथ आईसीसी के नए बाहरी लेखा परीक्षक की नियुक्ति भी एजेंडे में है। एक अन्य महत्वपूर्ण बिंदू चैंपियंस ट्रॉफी के लिए भारत का पाकिस्तान नहीं जाना आईसीसी बोर्ड के आधिकारिक एजेंडे का हिस्सा नहीं है, जब तक कि इसे कोई अन्य काम वर्ग के तहत अध्यक्ष की अनुमति से नहीं लाया जाता।