योगी सरकार ने पेश किया अनुपूरक बजट, कौशल विकास मिशन के लिए मिले 300 करोड़ रुपये

 लखनऊः प्रदेश के समग्र विकास और युवाओं को कौशल विकास एवं रोजगार से जोड़ने के संकल्प को फलीभूत करने के लिये योगी सरकार ने मंगलवार को विधानसभा में 12,209.93 करोड़ रुपये का अनुपूरक बजट पेश किया। इस बजट को वित्त मंत्री सुरेश खन्ना ने प्रस्तुत किया।

प्रदेश के व्यावसायिक शिक्षा, कौशल विकास और उद्यमशीलता राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) कपिल देव अग्रवाल ने बताया कि इस अनुपूरक बजट में उप्र कौशल विकास मिशन द्वारा संचालित किये जा रहे रोजगार एवं उद्यमिता आधारित प्रशिक्षण कार्यक्रमों के लिए 200 करोड़ रुपये की अतिरिक्त व्यवस्था की गई है। उप्र कौशल विकास मिशन का उद्देश्य प्रदेश के युवाओं को आधुनिक, रोजगारपरक एवं उद्यमितापरक प्रशिक्षण प्रदान कर उनकी कार्यक्षमता को बढ़ाना है।

मंत्री ने बताया, क्या है सरकार का मोटिव

मंत्री अग्रवाल ने यह भी बताया कि माध्यमिक विद्यालयों के विद्यार्थियों को प्रोजेक्ट प्रवीण कार्यक्रम के तहत अल्पकालीन प्रशिक्षण प्रदान करने के लिए 100 करोड़ रुपये का प्राविधान अलग से किया गया है। प्रोजेक्ट प्रवीण का मकसद विद्यार्थियों को तकनीकी और व्यावसायिक कौशल से सुसज्जित करना है, जिससे वे भविष्य में बेहतर रोजगार के अवसर प्राप्त कर सकें। इस बजट के माध्यम से प्रदेश में व्यावसायिक शिक्षा, कौशल विकास औश्र उद्यमशीलता को नया आयाम मिलेगा। यह बजट न केवल युवाओं को बेहतरीन प्रशिक्षण और रोजगार के अवसर प्रदान करेगा, बल्कि प्रदेश के आर्थिक विकास को भी गति देगा। कौशल विकास मिशन और प्रोजेक्ट प्रवीण जैसे कार्यक्रमों से प्रदेश में उद्यमशीलता को भी बढ़ावा मिलेगा और व्यावसायिक शिक्षा को मजबूती मिलेगी।

योगी सरकार का यह महत्वपूर्ण बजट प्रदेश के युवाओं को आत्मनिर्भर बनने का सुअवसर देगा। इसके साथ ही, यह बजट प्रदेश के सर्वांगीण विकास को एक नई दिशा प्रदान करेगा। प्रदेश के विकास और रोजगार के नए अवसरों के साथ, यह बजट राज्य की समृद्धि और खुशहाली का मार्ग प्रशस्त करेगा।