ढाका: बांग्लादेश की पूर्व पीएम शेख हसीना अभी भारत में ही रहेंगी। उनका कहीं और जाने का अभी कोई प्लान नहीं है। उन्होंने किसी देश से राजनीतिक शरण नहीं मांगी है। यह बात उनके बेटे वाजेद जॉय ने जर्मन वेबसाइट डॉयचे वेले से कही। हसीना ने सोमवार को देश छोड़ दिया था। इसके बाद वो भारत आ गई थीं। कई रिपोर्ट्स में ये दावा किया गया कि वे लंदन जा सकती हैं।
बांग्लादेश में जारी हिंसा में हसीना की पार्टी अवामी लीग और उनके सहयोगी दलों से जुड़े करीब 29 नेताओं की मंगलवार को हत्या कर दी गई। इनमें अवामी लीग के 20 नेता शामिल हैं। वहीं, सोमवार को बांग्लादेशी एक्टर शान्तो खान और उनके पिता सलीम खान को भीड़ ने पीट-पीटकर मार डाला। सलीम अवामी लीग पार्टी से जुड़े थे। इस बीच मंगलवार देर रात को नोबेल पुरस्कार विजेता मोहम्मद यूनुस को बांग्लादेश की अंतरिम सरकार का प्रमुख नियुक्त किया गया।
बांग्लादेश हिंसा से जुड़े अहम बिंदु
- बांग्लादेश में हुए हिंसक प्रदर्शन से बीते 15 दिनों में 75,000 करोड़ टका (54 हजार करोड़ रुपए) का नुकसान हुआ है।
- एअर इंडिया की एक स्पेशल फ्लाइट से ढाका से 205 लोगों को वापस दिल्ली लाया गया है। इसमें 6 बच्चे भी शामिल हैं।
- फेमस बांग्ला सिंगर राहुल आनंद का ढाका के धानमंडी में 140 साल पुराना घर जला दिया गया। लूटपाट भी की गई।
हसीना ने देश छोड़ने से एक दिन पहले इस्तीफा देने का फैसला किया था
शेख हसीना के बेटे वाजेद जॉय ने जर्मन वेबसाइट डॉयचे वेले से कहा कि शेख हसीना भारत में ही रहेंगी। अभी उनकी कहीं और जाने की कोई प्लान नहीं है। उन्होंने दावा कि किया हसीना ने अभी तक किसी भी देश से राजनीतिक शरण नहीं मांगी है। जॉय ने कहा कि उनके ब्रिटेन या अमेरिका जाने के दावे किए जा रहे हैं, जो कि सच नहीं है।
उन्होंने ये भी कहा शेख हसीना ने इस्तीफा देने का फैसला एक दिन पहले ही कर लिया था। कुछ ही लोग ये बात जानते थे। वे संविधान के मुताबिक ही सत्ता परिवर्तन करना चाहती थीं, लेकिन प्रदर्शन के हिंसक हो जाने की वजह से उन्हें इसका मौका नहीं मिला पाया।