गोष्ठी में लोकतंत्र रक्षक सेनानियों को सम्मानित किया

21 मार्च 1977 को लोकतंत्र की पुनः बहाली करने की विजय मिली

बरेली। अखिल भारतीय साहित्य परिषद ने विद्या मंदिर में डॉक्टर वीरेंद्र कुमार की अध्यक्षता में गोष्ठी का आयोजन किया गया गोष्ठी में वक्ताओं ने समग्र क्रांति का लोकतंत्र की रक्षा में योगदान विषय पर अपने विचार व्यक्त किया। इस गोष्ठी में लोकतंत्र रक्षक सेनानियों को सम्मानित भी किया गया। विचार व्यक्त करते हुए भारतीय लोकतंत्र रक्षक सेनानी समिति के प्रदेश महामंत्री वीरेंद्र कुमार अटल ने आवाहन किया हम सबको मिलकर वर्तमान युवा पीढ़ी को आपातकाल के संघर्ष से परिचित कराना चाहिए उन्होंने कहा कि तानाशाही के खिलाफ संघर्ष करने के परिणाम स्वरूप 21 मार्च 1977 को लोकतंत्र की पुनः बहाली करने की विजय मिली थी।

गोष्ठी में लोकतंत्र रक्षक सेनानियों को सम्मानित किया
गोष्ठी में लोकतंत्र रक्षक सेनानियों को सम्मानित किया

इस अवसर पर विनोद कुमार गुप्ता ने कहा कि तानाशाही के खिलाफ संघर्ष करने वाले कुछ लोग एमपी और एमएलए बन गए लेकिन उन्होंने अपने संघर्ष साथियों की कोई चिंता नहीं की। अध्यक्ष भाषण देते हुए डॉ वीरेंद्र कुमार ने नाराजगी जताई कि आज जो जनप्रतिनिधि बन गए हैं वह अपने साथ रहे साथियों की सुद बुद नहीं ले रहे हैं।
इस अवसर पर सुरेश बाबू मिश्रा सुंदरलाल गुप्ता विनोद कुमार गुप्ता राजेंद्र पाल सिंह गुरमेल सिंह अरुण कुमार श्रीवास्तव ने भी विचार व्यक्त किया। कार्यक्रम का शुभारंभ सरस्वती वंदना से उमेश गुप्ता ने किया कमल सक्सेना ने ओजपूर्ण गीत सुनाया।
निरुपमा अग्रवाल ने गोष्ठी का संचालन किया।